नितिन गडकरी का बयान: शिवाजी की मूर्ति टूटने पर स्टेनलेस स्टील की जरूरत पर जोर

गडकरी ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि जब वे मुंबई में 55 फ्लाईओवर बनवा रहे थे, तब एक व्यक्ति ने उन्हें घुमाया और लोहे की रॉड पर पाउडर लगाकर दावा किया कि इसमें अब जंग नहीं लगेगा।

नितिन गडकरी का बयान: शिवाजी की मूर्ति टूटने पर स्टेनलेस स्टील की जरूरत पर जोर

नितिन गडकरी का बयान: शिवाजी की मूर्ति टूटने पर स्टेनलेस स्टील की जरूरत पर जोर

छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति के गिरने के बाद महाराष्ट्र में सियासी हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस मुद्दे पर बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अगर उनकी सलाह मानी गई होती और मूर्ति स्टेनलेस स्टील से बनी होती, तो यह हादसा नहीं होता।

गडकरी के अनुसार, तटीय क्षेत्रों में जंगरोधक स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि कई सालों से वे इस बात पर जोर दे रहे हैं कि समुद्र के पास बनने वाली संरचनाओं में स्टेनलेस स्टील का उपयोग होना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि अगर शिवाजी की मूर्ति स्टेनलेस स्टील से बनाई गई होती, तो इस तरह का हादसा नहीं होता।

किस्सा साझा करते हुए दी सलाह

गडकरी ने एक किस्सा सुनाते हुए कहा कि जब वे मुंबई में 55 फ्लाईओवर बनवा रहे थे, तब एक व्यक्ति ने उन्हें घुमाया और लोहे की रॉड पर पाउडर लगाकर दावा किया कि इसमें अब जंग नहीं लगेगा। हालांकि, कुछ समय बाद उस पर जंग लगने लगा। इसी अनुभव को साझा करते हुए गडकरी ने बताया कि समुद्र से 30 किलोमीटर के दायरे में आने वाली संरचनाओं में स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल अनिवार्य किया जाना चाहिए।

मूर्तिकार फरार

मूर्ति गिरने के बाद मूर्तिकार जयदीप आप्टे के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है, लेकिन वे अभी तक फरार हैं। मुंबई पुलिस ने पिछले हफ्ते इंजीनियर चेतन पाटिल को गिरफ्तार किया, जबकि जयदीप आप्टे की तलाश अभी भी जारी है। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता के तहत मामला दर्ज किया गया है, और पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।

इस मामले ने महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मचा दी है, जहां विपक्ष इसे एक बड़ा मुद्दा बना रहा है, जबकि सत्ताधारी दल मामले को शांत करने की कोशिश कर रहा है। गडकरी के बयान से यह मामला और गरमा गया है, और मूर्ति निर्माण में गुणवत्ता और सामग्री के चयन पर सवाल उठाए जा रहे हैं।