मेडिकल छात्रों को NMC की चेतावनी,ऑनलाइन मोड में पाठ्यक्रम मान्य नहीं

भारत से हर साल बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई करने के लिए चीन या अन्य देशों में जाते हैं। आंकड़ों की बात करें तो साल 2019 में 23,000 से अधिक भारतीय छात्रों ने चीनी विश्वविद्यालय और कॉलेजों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययन किया है। इनमें से 21,000 से अधिक छात्रों ने MBBS की पढ़ाई के लिए नामांकन कराया।

मेडिकल छात्रों को NMC की चेतावनी,ऑनलाइन मोड में पाठ्यक्रम मान्य नहीं

मेडिकल छात्रों को NMC की चेतावनी:चीन और अन्य देशों से MBBS करने वाले छात्रों से कहा- सिर्फ ऑनलाइन मोड में पाठ्यक्रम मान्य नहीं


चीन सहित अन्य विदेशी संस्थानों में MBBS का कार्स करने की इच्छा रखने वाले छात्रों को राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने सावधान रहने की सलाह दी है। आयोग ने कहा कि छात्र किसी संस्थानों में दाखिला लेने के लिए आवेदन करने से पहले चयन संबंधी जांच-पड़ताल कर लें। आयोग के मुताबिक वह केवल ऑनलाइन माध्यम से आयोजित पाठ्यक्रमों को मान्यता या स्वीकृति नहीं देता है।

आयोग ने एक नोटिस जारी कर कहा, इस बात का ध्यान रखें कि चीन की सरकार ने कोविड-19 महामारी की वजह से सख्त यात्रा प्रतिबंध लागू किए हैं, वहीं नवंबर 2020 से सभी वीजा भी निलंबित कर दिए हैं।

आवेदन से पहले पढ़ ले गाइडलाइन


भारतीय छात्रों सहित बड़ी संख्या में अंतरराष्ट्रीय छात्र कोरोना प्रतिबंधों की वजह से अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए चीन नहीं लौट पाए हैं। शीर्ष चिकित्सा निकाय का कहना है कि चीन या फिर अन्य विदेशी संस्थानों में एडमिशन के लिए आवेदन करने से पहले विदेशी चिकित्सा स्नातक परीक्षा के नियमों को सावधानी से पढ़ लें, जिससे बात में किसी भी तरह से परेशानी न हो।

2019 में 21 हजार छात्रों ने चीन से किया MBBS


भारत से हर साल बड़ी संख्या में छात्र पढ़ाई करने के लिए चीन या अन्य देशों में जाते हैं। आंकड़ों की बात करें तो साल 2019 में 23,000 से अधिक भारतीय छात्रों ने चीनी विश्वविद्यालय और कॉलेजों में विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययन किया है। इनमें से 21,000 से अधिक छात्रों ने MBBS की पढ़ाई के लिए नामांकन कराया।