15 साल की लड़की ने दिया बच्ची को जन्म

7 महीने की प्रग्नेंट होने पर परिवार को चला पता, बोली- परिचित किशोर ने किया रेप

15 साल की लड़की ने दिया बच्ची को जन्म

राजसमंद के कांकरोली थाना इलाके में रेप पीड़िता किशोरी ने बेटी को जन्म दिया है। 15 साल की इस किशोरी को प्रसव पीड़ा हुई तो CWC ने नाबालिग को जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां उसने नॉर्मल डिलेवरी से बालिका को जन्म दिया। प्रसूता और नवजात बच्ची स्वस्थ हैं। किशोरी अपने भाई-भाभी और दादी के साथ रहती है। दुष्कर्म का आरोपी 16 साल का किशोर बाल संप्रेषण गृह में है।

पीड़िता और नवजात बच्ची स्वस्थ
मंगलवार देर रात्रि को किशोरी को प्रसव पीड़ा हुई। नाबालिग के भाई ने बालिका गृह की सदस्य रेखा गुर्जर को जानकारी दी। बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने RK अस्पताल के PMO डॉ ललित पुरोहित को सूचना दी। इस पर नाबालिग के लिए एम्बुलेंस भेजी गई और अस्पताल लाया गया। नाबालिग ने नॉर्मल डिलेवरी से बच्ची को जन्म दिया है। PMO डॉ ललित पुरोहित, डॉ मंजू पुरोहित और डॉ राठौड़ ने नाबालिग के स्वास्थ्य की जानकारी ली।

नाबालिग के लिए विशेष व्यवस्थाएं
बुधवार को अस्पताल में नियमानुसार टीकाकरण किया गया। नाबालिग के इलाज और अन्य सुविधाओं के लिए डॉ पुरोहित ने अलग से व्यवस्था करवाई। जिला बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कोमल पालीवाल, सदस्य बहादुर सिंह चारण, हरजेंद्र सिंह चौधरी, रेखा गुर्जर, सीमा डागलिया ने अस्पताल में बालिका से मुलाकात की और उसकी सेहत की जानकारी ली। बालिका के भोजन और इलाज के बारे में अस्पताल के इंचार्ज से जानकारी ली गई।

जिला बाल कल्याण समिति ने जिला कलेक्टर नीलाभ सक्सेना से बात की। किशोरी के बारे में जानकारी दी और विशेष राहत व सहायता दिए जाने के लिए निवेदन किया। जिला बाल कल्याण समिति ने इस मामले में विशेष रूप से संज्ञान लिया है। किशोरी के मां बनने की सूचना से बाल आयोग को भी दी जा रही है। चाइल्ड लाइन राजसमंद व सपोर्ट पर्सन के जरिए रिपोर्ट जिला बाल कल्याण समिति को दी जा रही है। ताकि बालिका व उसकी बेटी के हितों के लिए बेहतर काम किया जा सके।

7 माह का गर्भ हुआ, तब पता चला
किशोरी के साथ करीब 9 माह पहले एक किशोर ने संबंध बनाए थे। किशोरी की मां का निधन हो चुका था। पिता मजदूर हैं। ऐसे में परिवार किशोरी के साथ हुई घटना से अनजान रहा। उसने भी किसी को कुछ नहीं बताया। दो महीने पहले जब गर्भ जब 7 महीने का हो गया तब परिवार को दुष्कर्म की जानकारी मिली। इसके बाद परिजनों ने कांकरोली थाना में मामला दर्ज कराया। मामला दर्ज हुआ उस वक्त किशोरी को 7 माह का गर्भ था। ऐसे में जिला बाल कल्याण समिति ने पीड़िता को बालिका गृह में आश्रय दिया। बालिका ने अपने परिवार के साथ रहने की मंशा जताई थी। इसलिए करीब 10 दिन बाद उसे उसके भाई, भाभी और दादी के साथ रखा गया।

यह है मामला
कांकरोली थाना क्षेत्र की नाबालिग के 2 माह पहले पेट में दर्द हुआ। परिजन उसे जिला अस्पाताल लेकर आए। डॉक्टर ने जांच करने के बाद नाबालिग के गर्भवती होने की जानकारी दी। परिजनों ने पूछा तो बालिका ने किशोर का नाम बताया। नाबालिग के भाई ने आरोपी किशोर के खिलाफ कांकरोली थाने में शिकायत दर्ज करवायी। पुलिस ने नाबालिग किशोर को डिटेन कर बाल संप्रेषण गृह भेज दिया। पीड़िता की मां नहीं थी और पिता मजदूरी करते थे इसलिए जिला बाल कल्याण समिति ने उसे बालिका गृह में आश्रय दिया। किशोरी ने परिवार के साथ रहने की इच्छा जताई को उसे भाई-भाभी के पास भेज दिया गया।