आंध्र प्रदेश में नाबालिग बेटी को जबरन हॉर्मोन की गोलियां खिलाने का मामला: बाल संरक्षण आयोग ने किया रेस्क्यू

Case of forcibly feeding hormone pills to minor daughter in Andhra Pradesh: Child Protection Commission rescues

आंध्र प्रदेश में नाबालिग बेटी को जबरन हॉर्मोन की गोलियां खिलाने का मामला: बाल संरक्षण आयोग ने किया रेस्क्यू

आंध्र प्रदेश:24.07.2024 - आंध्र प्रदेश में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां एक मां ने अपनी 16 वर्षीय नाबालिग बेटी को जबरन हॉर्मोन की गोलियां खिलाकर उसे जल्दी सुंदर और जवान दिखाने की कोशिश की। इसका मकसद उसे फिल्मों में काम दिलाना था। नाबालिग बेटी ने बाल संरक्षण आयोग को दी अपनी शिकायत में दावा किया है कि जब-जब वो हॉर्मोन की गोलियां खाने से इनकार करती थी तो उसकी मां उसे टॉर्चर करती थी. यहा तक करंट भी लगाती थी. गोली खाने की वजह से उसे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था. आंध्र प्रदेश में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां, एक मां अपनी नाबालिग बच्ची को इसलिए जबरन हॉर्मोन की गोलियां खिला रही था ताकि वो जल्दी से सुंदर और जवान दिखे ताकि वह फिल्मों में काम कर सके. मामला उस समय सामने आया जब राज्य के बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने विजयनगरम में एक घर में छापा मारा और नाबालिग लड़की मुक्त कराया.टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, नाबालिग लड़की की उम्र 16 साल है. उसकी मां पिछले करीब चार साल से उसे जल्दी से जवान और सुंदर दिखने के लिए हॉर्मोन की गोलियां खिला रही थी. गोलियां खाते-खाते गुरुवार को जब वह दर्द सहन नहीं कर सकी तो उसने चाइल्ड लाइन पर शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद बाल संरक्षण आयोग ने लड़की को रेस्क्यू किया.नाबालिग 11वीं कक्षा में पढ़ती है. उसने आयोग को दी अपनी शिकायत में कहा है, मेरी मां मुझे कुछ गोलियां दे रही थी ताकि शरीर की वृद्धि तेजी हो सके. जब भी मैं उनक गोलियों को खाती हूं , बेहोश हो जाती हूं और अगले दिन शरीर में सूजन आ जाती है. इसकी वजह से मुझे परेशानी होती है और पढ़ाई में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

बाल संरक्षण आयोग की कार्यवाही

मामला तब सामने आया जब राज्य के बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने विजयनगरम में एक घर पर छापा मारा और नाबालिग लड़की को मुक्त कराया। रिपोर्ट के मुताबिक, लड़की की मां पिछले चार सालों से उसे ये गोलियां खिलाती आ रही थी। लड़की ने चाइल्ड लाइन पर शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद बाल संरक्षण आयोग ने उसे रेस्क्यू किया।

नाबालिग की पीड़ा

नाबालिग लड़की, जो 11वीं कक्षा में पढ़ती है, ने आयोग को दी अपनी शिकायत में बताया कि उसकी मां उसे हॉर्मोन की गोलियां खिलाती थी ताकि शरीर की वृद्धि तेजी से हो सके। गोलियों के सेवन से वह बेहोश हो जाती थी और उसके शरीर में सूजन आ जाती थी, जिससे उसे काफी परेशानी होती थी और पढ़ाई में भी दिक्कतें आती थीं।

फिल्म निर्देशक बनकर घर आते थे लोग

लड़की ने अपनी शिकायत में बताया कि उसकी मां उसे उन लोगों से संबंध बनाने को मजबूर करती थी जो फिल्म निर्देशक बनकर उसके घर आते थे। मां चाहती थी कि वह सिनेमा निर्देशकों और निर्माताओं से कमिटमेंट ले। जब भी वह गोलियां खाने से इनकार करती, उसकी मां उसे टॉर्चर करती और कभी-कभी तो बिजली के करंट भी लगाती।

जांच में पता चला है कि लड़की के पिता, राजेश कुमार, ने उसकी मां को तलाक दे दिया था। इसके बाद उसकी मां ने एक दूसरे शख्स से शादी की, लेकिन कुछ साल बाद उसकी भी मौत हो गई। लड़की ने मदद के लिए सबसे पहले 112 डायल किया लेकिन उसे कोई सहायता नहीं मिली। इसके बाद उसने किसी दूसरे शख्स की मदद से चाइल्ड नंबर 1098 पर फोन करवाया और मदद मांगी।

इस घटना ने समाज को झकझोर कर रख दिया है और यह दिखाता है कि किस तरह से कुछ लोग अपने बच्चों के साथ बुरा व्यवहार करते हैं। बाल संरक्षण आयोग और अन्य संबंधित संस्थाओं को इस मामले की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा दिलानी चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो। फिल्म निर्देशक बनकर घर आते थे लोग
नाबालिग लड़की ने शिकायत में अपनी पीड़ा को बताते हुए कहा कि उसकी मां उसे कथित तौर पर उन लोगों से संबंध बनाने को लेकर प्रताड़ित करती थी जो फिल्म निर्देशकर बनकर उसके घर आया करते थे. वह मेरे जरिए सिनेमा निर्देशकों और निर्माताओं से कमिटमेंट लेना चाहती थी. लड़की ने अपनी शिकायत में कहा कि जब कभी मैं गोलियां खाने से इनकार करती तो मां टॉर्चर करने लगती थी और कभी-कभी तो बिजली के करंट भी लगाती थी.जांच में पता चला है कि लड़की के पिता के राजेश कुमार ने उसकी मां को तलाक दे दिया था. इसके बाद उसकी मां ने एक दूसरे शख्स से शादी की, कुछ साल बाद उसकी भी मौत हो गई. लड़की ने सबसे 112 डायल कर मदद मांगी थी लेकिन उसे कोई सहायता नहीं मिली. इसके बाद उसने किसी दूसरे शख्स की मदद से चाइल्ड नंबर 1098 पर फोन करवाया और मदद मांगी.