केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने मुंबई में धारावी आईसीडीएस केंद्र का दौरा किया

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने आज मुंबई के धारावी में एक एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) योजना केंद्र का दौरा किया।

केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने मुंबई में धारावी आईसीडीएस केंद्र का दौरा किया
केंद्रीय मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने मुंबई में धारावी आईसीडीएस केंद्र का दौरा किया

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने आज मुंबई के धारावी में एक एकीकृत बाल विकास सेवा (आईसीडीएस) योजना केंद्र का दौरा किया।

मंत्री ने योजना के तहत लाभ प्राप्त करने वाले विभिन्न नागरिकों के साथ बातचीत की और उनके घरों पर भी गईं। श्रीमती ईरानी केंद्र सरकार के पोषण अभियान के तहत चल रहे पोषण माह 2021 के दौरान विभिन्न लक्षित आउटरीच गतिविधियों के हिस्से के रूप में मुंबई में हैं।

केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती स्मृति जुबिन ईरानी ने गंभीर और तीव्र कुपोषण (एसएएम) से पीड़ित गर्भवती महिलाओंस्तनपान कराने वाली माताओं और बच्चों को पोषण किट और फलों की टोकरियां भी वितरित कीं।

बृहन्मुंबई  नगर निगम के जी-नॉर्थ वार्ड में आज का कार्यक्रम राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आयोजित किया गया था।

 डिजिटल गुड्डी-गुड्डा बोर्ड का उद्घाटन किया

इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री ने आईसीडीएस परिसर में डिजिटल गुड्डी गुड्डा बोर्ड का भी उद्घाटन किया।

बोर्ड का काम बेटी बचाओ बेटी पढाओ पहल के तहत जन्म के आंकड़ों को अद्यतनकरना उनकी निगरानी रखना और उन्हें उपलब्ध कराना है।यह योजना पर सूचना और शैक्षिक सामग्री को प्रदर्शित करते हुए सूचना देने तथा इस काम की हिमायत करने के एक माध्यम के रूप में भी काम करता है। बोर्ड एक तरह का डिजिटल नवाचार हैजिसकी कल्पना महाराष्ट्र के जलगांव जिले द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढाओ के तहत की गई।

 

पोषण अभियान के बारे में

बच्चोंकिशोरियोंगर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार के लिए यह पोषण अभियान भारत सरकार का प्रमुख कार्यक्रम है।

पोषण अभियान के उद्देश्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुएमिशन पोषण 2.0 (सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0) की बजट 2021-2022 में घोषणा एकीकृत पोषण सहायता कार्यक्रम के रूप में की गई हैताकि पोषण सामग्रीवितरणआउटरीच और परिणामों को मजबूत बनाने के लिए के लिए विकासशील व्यवस्थाओं पर ध्यान केंद्रित किया जा सके तथा स्वास्थ्य और रोग व कुपोषण के प्रति प्रतिरोधक क्षमता का विकसित की जा सके।

सामुदायिक जागरण सुनिश्चित करने और लोगों की भागीदारी को बढ़ाने के लिएहर साल सितंबर माह को पूरे देश में पोषण माह के रूप में मनाया जाता है।