नवी मुंबई बीजेपी विधायक मंदाताई म्हात्रे ने घायल विवाहिता रोहिणी बोटे के लिए मुख्यमंत्री वित्तीय सहायता कोष से 5 लाख रुपये की मांग की

“इस दुर्घटना में घायल रोहिणी बोटे का इलाज सीबीडी बेलापुर के एम.जी.एम. अस्पताल में चल रहा है। हम उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि उन्हें और उनके परिवार को आवश्यक सहायता मिले।

नवी मुंबई बीजेपी विधायक मंदाताई म्हात्रे ने घायल विवाहिता रोहिणी बोटे के लिए मुख्यमंत्री वित्तीय सहायता कोष से 5 लाख रुपये की मांग की

घायल विवाहिता रोहिणी बोटे को मुख्यमंत्री वित्तीय सहायता कोष से 5 लाख रुपये की मांग

नवी मुंबई: एक महिला अपने परिवार का समर्थन करने के लिए घर से बाहर काम करती है और वित्तीय स्थिरता में योगदान देती है। लेकिन 8 जुलाई 2024 की सुबह सीबीडी बेलापुर रेलवे स्टेशन पर एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। घायल विवाहिता स्व. रोहिणी राजेश बोटे, जो तलोजा में रहती हैं, काम पर जा रही थीं।

सुबह करीब 10 बजे सीबीडी बेलापुर रेलवे स्टेशन पर जब पनवेल से ठाणे जाने वाली 10:30 बजे की लोकल प्लेटफार्म पर आ रही थी, तब रोहिणी बोटे अचानक चक्कर आने के कारण ट्रेन की पटरी पर गिर गईं और गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस दुर्घटना में उनके दोनों पैर कट गए।

यह घटना उनके परिवार के लिए एक बड़ा संकट बन गई है, क्योंकि रोहिणी बोटे इस घर में एकमात्र कमाने वाली हैं। ऐसे में परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा, यह एक बड़ा सवाल बन गया है। बेलापुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक मंदाताई म्हात्रे ने मुख्यमंत्री वित्तीय सहायता कोष से रोहिणी बोटे के लिए 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की है।

विधायक मंदाताई म्हात्रे ने इस मांग को मुख्यमंत्री एकनाथजी शिंदे को एक पत्र के माध्यम से सूचित किया है। जब विधायक मंदाताई म्हात्रे ने विधानमंडल में इस आर्थिक सहायता का मुद्दा उठाया, तो रोहिणी बोटे के पति राजेश बोटे ने उन्हें फोन पर संपर्क कर धन्यवाद दिया। विधायक म्हात्रे ने राजेश बोटे से कहा कि वह घायल रोहिणी बोटे को अधिकतम आर्थिक सहायता दिलाने का प्रयास करेंगी।

विधायक मंदाताई म्हात्रे ने आगे कहा:

“इस दुर्घटना में घायल रोहिणी बोटे का इलाज सीबीडी बेलापुर के एम.जी.एम. अस्पताल में चल रहा है। हम उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि उन्हें और उनके परिवार को आवश्यक सहायता मिले।”बेलापुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक मंदाताई म्हात्रे ने इस घटना के मद्देनजर मुख्यमंत्री वित्तीय सहायता कोष से रोहिणी बोटे के लिए 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की है। विधायक मंदाताई म्हात्रे ने इस बात की सूचना मुख्यमंत्री एकनाथजी शिंदे को पत्र के माध्यम से दी है।

यह घटना एक बार फिर से यह दिखाती है कि कैसे एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से एक परिवार की जिंदगी पलट सकती है। उम्मीद है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन इस मामले में त्वरित और उचित कार्रवाई करेंगे ताकि रोहिणी बोटे और उनके परिवार को इस संकट से उबरने में मदद मिल सके।

विधायक मंदाताई म्हात्रे ने इस मुद्दे को विधानमंडल में भी उठाया। जब रोहिणी बोटे के पति राजेश बोटे को इस मांग की जानकारी मिली, तो उन्होंने तुरंत विधायक मंदाताई म्हात्रे से फोन पर संपर्क किया और उन्हें धन्यवाद दिया। विधायक म्हात्रे ने राजेश बोटे से कहा कि वह घायल रोहिणी बोटे को अधिकतम आर्थिक सहायता दिलाने का हर संभव प्रयास करेंगी।

विधायक मंदाताई म्हात्रे ने आगे कहा कि, "इस दुर्घटना में घायल रोहिणी बोटे का इलाज सीबीडी बेलापुर के एम.जी.एम. अस्पताल में चल रहा है। हम उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि उन्हें और उनके परिवार को आवश्यक सहायता मिले।"

परिवार की कठिनाइयाँ:

रोहिणी बोटे अपने परिवार की एकमात्र कमाने वाली सदस्य थीं। इस दुर्घटना के बाद उनके परिवार के भरण-पोषण का बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। इस संकट की घड़ी में, बेलापुर विधानसभा क्षेत्र की विधायक मंदाताई म्हात्रे ने मुख्यमंत्री वित्तीय सहायता कोष से रोहिणी बोटे के लिए 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की है।

उपचार और स्वास्थ्य लाभ:

वर्तमान में, रोहिणी बोटे का इलाज सीबीडी बेलापुर के एम.जी.एम. अस्पताल में चल रहा है। विधायक म्हात्रे ने कहा, "हम उनके शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करते हैं और यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे कि उन्हें और उनके परिवार को आवश्यक सहायता मिले।"

निष्कर्ष:

यह घटना एक बार फिर से यह दिखाती है कि कैसे एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना से एक परिवार की जिंदगी पलट सकती है। उम्मीद है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन इस मामले में त्वरित और उचित कार्रवाई करेंगे ताकि रोहिणी बोटे और उनके परिवार को इस संकट से उबरने में मदद मिल सके। विधायक मंदाताई म्हात्रे की पहल और उनके प्रयास से उम्मीद की जा रही है कि रोहिणी बोटे और उनका परिवार इस कठिन समय से जल्द ही उबर सकेगा।