पनवेल पालिका अवैध होर्डिंग पर कार्यवाही करने के नाम पर खानापूर्ति क्यों कर रही है ?

जनता का सवाल है कि पनवेल पालिका को उनकी जान की कोई परवाह क्यों नहीं है? जब भी कोई हादसा होता है, तो मुआवजे के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है, लेकिन समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं होता। विज्ञापन और जन्मदिन के बधाई संदेश देने वाले कई बड़े रसूखदारों और नेताओं ने अपने-अपने होर्डिंग्स से पूरे शहर को पाटकर रख दिया।

पनवेल पालिका अवैध होर्डिंग पर कार्यवाही करने के नाम पर खानापूर्ति क्यों कर रही है ?

पनवेल पालिका अवैध होर्डिंग पर कार्यवाही करने के नाम पर खानापूर्ति क्यों कर रही है?

पनवेल: खारघर, तलोजा, और पनवेल शहर में अवैध होर्डिंग्स की भरमार है, जिनके हालात बेहद खतरनाक हो चुके हैं। ये होर्डिंग्स कभी भी गिर सकते हैं, जिससे बड़ी दुर्घटना हो सकती है। जब भी जनता इस मुद्दे पर सवाल उठाती है, तो पनवेल नगर पालिका के अधिकारी केवल खानापूर्ति करते नजर आते हैं।

प्रमुख चिंताएं:

अवैध होर्डिंग्स का खतरा: खारघर, तलोजा और पनवेल शहर में अवैध होर्डिंग्स की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इन

होर्डिंग्स की स्थिति इतनी खराब है कि वे किसी भी समय गिर सकते हैं, जिससे जान-माल का भारी नुकसान हो सकता है।

कार्यवाही का दिखावा: पनवेल पालिका के अधिकारी जब भी अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ कार्यवाही का दावा करते हैं, तो वे केवल दिखावा ही करते हैं। वास्तविकता में कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते, जिससे जनता में असंतोष बढ़ता जा रहा है।

जनता का सवाल:

जान का मोल नहीं: जनता का सवाल है कि पनवेल पालिका को उनकी जान की कोई परवाह क्यों नहीं है? जब भी कोई हादसा होता है, तो मुआवजे के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है, लेकिन समस्याओं का स्थायी समाधान नहीं होता।

राजनीतिक प्रभाव: जनता का यह भी मानना है कि पालिका के अधिकारी और राजनीतिक नेता सब अवैध होर्डिंग्स से मिलने वाले पैसे के कारण चुप रहते हैं। जब भी इस मुद्दे पर सवाल उठते हैं, तो अधिकारी और नेता केवल दिखावे के लिए कुछ दिन सक्रिय रहते हैं, फिर सब कुछ ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है।

सवाल:

किसका आशीर्वाद मिल रहा है? आखिर पनवेल पालिका के अधिकारी और नेता किसके आशीर्वाद से इतनी ढिलाई बरत रहे हैं? क्या उन्हें किसी बड़े राजनीतिक हस्ती का संरक्षण प्राप्त है, जो उन्हें कार्यवाही करने से रोकता है?

आवश्यक कदम:

सख्त कार्यवाही: पनवेल पालिका को अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ सख्त और तुरंत कार्यवाही करनी चाहिए।

नियमित निरीक्षण: पालिका को नियमित रूप से शहर में होर्डिंग्स का निरीक्षण करना चाहिए और अवैध होर्डिंग्स को तुरंत हटाना चाहिए।

जनता की भागीदारी: जनता को भी इस मुद्दे पर जागरूक होना चाहिए और किसी भी अवैध होर्डिंग्स की सूचना तुरंत पालिका को देनी चाहिए।

मीडिया का समर्थन: मीडिया को भी इस मुद्दे पर निरंतर रिपोर्टिंग करनी चाहिए, ताकि जनता का दबाव बना रहे और प्रशासनिक उदासीनता पर लगाम लग सके।

पनवेल पालिका को जनता की सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए और अवैध होर्डिंग्स के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। यह समय है कि प्रशासन जागे और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करे, ताकि भविष्य में किसी बड़े हादसे से बचा जा सके।