आरएसएस ने जातीय जनगणना को बताया जन-कल्याण के लिए उपयोगी, कांग्रेस ने फैलाया झूठ जानिए कैसे - THE PUBLIC NEWS 24

कॉन्ग्रेस ने जाति जनगणना पर RSS को लेकर फैलाया झूठ, संगठन को बता दिया इसके खिलाफ RSS की तरफ से विचार रखते हुए सुनील आम्बेकर ने स्पष्ट कहा कि जातीय जनगणना का इस्तेमाल सिर्फ चुनाव और चुनावी राजनीति के लिए नहीं होना चाहिए।कॉन्ग्रेस ने जाति जनगणना पर RSS को लेकर फैलाया झूठ, संगठन को बता दिया इसके खिलाफ

आरएसएस ने जातीय जनगणना को बताया जन-कल्याण के लिए उपयोगी, कांग्रेस ने फैलाया झूठ  जानिए कैसे - THE PUBLIC NEWS 24

नई दिल्ली: Sr. ALOK SHUKLA ( 04.09.2024 ) जातीय जनगणना को लेकर देश में एक बड़ी बहस छिड़ी हुई है, जिसमें प्रमुख राजनीतिक दल और संगठन शामिल हैं। इस बहस के बीच कांग्रेस ने हाल ही में एक वीडियो जारी कर दावा किया कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) जातीय जनगणना का विरोध कर रहा है। कांग्रेस ने आरएसएस पर आरोप लगाया कि वह दलितों, पिछड़ों और जनजातीय समाज को उनके अधिकार देने के खिलाफ है।

हालांकि, आरएसएस की ओर से इन आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया गया है। आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आम्बेकर ने स्पष्ट किया कि संगठन जातीय जनगणना के खिलाफ नहीं है, बल्कि इसके राजनीतिक उपयोग के खिलाफ है। आम्बेकर ने कहा कि जातीय जनगणना का इस्तेमाल केवल चुनावी राजनीति के लिए नहीं होना चाहिए, बल्कि इसका उद्देश्य जन-कल्याणकारी योजनाओं को अधिक प्रभावी बनाना होना चाहिए, विशेषकर उन जातियों और समूहों के लिए जो समाज में पीछे छूट गए हैं।

आम्बेकर ने यह भी कहा कि सरकार को यदि जन-कल्याणकारी योजनाओं के लिए कुछ वर्गों पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होती है, तो इसके लिए आवश्यक आँकड़े इकट्ठा किए जा सकते हैं। उन्होंने याद दिलाया कि पहले भी सरकार ने इस प्रकार के आँकड़े इकट्ठा किए हैं और उनका उपयोग किया है।

आरएसएस का यह बयान कांग्रेस के आरोपों के विपरीत है, जिसमें संगठन को जातीय जनगणना के खिलाफ बताया गया था। आम्बेकर ने यह भी कहा कि जातीय जनगणना का एक चुनावी या राजनीतिक हथियार के रूप में उपयोग करना गलत होगा, और इससे बचा जाना चाहिए।

इस संदर्भ में, आरएसएस का रुख यह है कि जातीय जनगणना का उद्देश्य समाज के पिछड़े और वंचित वर्गों के लिए लाभकारी योजनाओं का निर्माण होना चाहिए, न कि इसे राजनीतिक विवादों और आरोप-प्रत्यारोप के लिए इस्तेमाल किया जाए। कांग्रेस द्वारा फैलाए गए इस झूठ का पर्दाफाश करते हुए आरएसएस ने स्पष्ट किया है कि संगठन गरीबों और वंचितों के लिए जातिगत जनगणना के पक्ष में है, और इसका राजनीतिक विरोध करना गलत है।