प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस पर अब तक का सबसे तीखा हमला : टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बन गई

मेक इन इंडिया हो नहीं सकता, ऐसा कहकर देश का मजाक उड़ाया गया। दरअसल मेक इन इंडिया मतलब है- कमीशन के रास्ते बंद, तिजोड़ी भरने का रास्ता बंद, भ्रष्टाचार करने का रास्ता बंद।

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस पर अब तक का सबसे तीखा हमला : टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बन गई

PM ने समझाई राष्ट्र की परिभाषा:मोदी बोले- विभाजन की मानसिकता कांग्रेस के DNA में; वह टुकड़े-टुकड़े

गैंग की लीडर बन गई है

वो जब दिन को रात कहे, तो तुरंत मान जाओ.. नहीं मानोगे तो, वो दिन में नकाब ओढ़ लेंगे... जरूरत हुई तो हकीकत को थोड़ा-बहुत मरोड़ लेंगे... वो मगरूर हैं खुद की समझ पर बेइंतहा... इन्हें आइना मत दिखाओ, वो आइने को भी तोड़ देंगे...

ये वो लाइनें हैं जो प्रधानमंत्री ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर जवाब देते हुए विपक्ष पर तंज कसने के लिए इस्तेमाल कीं। मोदी लोकसभा में सोमवार शाम 5 बजकर 26 मिनट पर बोलने खड़े हुए और 7 बजकर 6 मिनट तक बोले। पूरे 100 मिनट के भाषण में नरेंद्र मोदी ने विष्णु पुराण का श्लोक पढ़ा। तमिल महाकवि सुब्रमण्यम भारती की कविता के जरिए राष्ट्रीय एकता पर बात की, तो कांग्रेस को टुकड़े-टुकड़े गैंग का लीडर बताने से भी नहीं चूके।

मोदी ने अपने मैराथन भाषण में कई बार नेहरू का जिक्र किया। महंगाई से लेकर देश की एकता को लेकर कांग्रेस पर तंज कसने के लिए वे नेहरू के भाषणों के अंश पढ़ते रहे। उन्होंने कांग्रेस सांसदों पर चुटकी लेते हुए कहा- आपको शिकायत रहती है कि मैं नेहरू का जिक्र नहीं करता, इसलिए आज के भाषण में नेहरू की तमाम बातें होंगी। प्रधानमंत्री ने यही किया भी और नेहरू के लाल किले पर दिए भाषण से लेकर राष्ट्र पर उनके बयान को दोहराया।

कांग्रेस ने अंग्रेजों से सीखी फूट डालने की नीति
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कांग्रेस पर अब तक का सबसे तीखा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस विभाजन की राजनीति करती है। वह टुकड़े-टुकड़े गैंग की लीडर बन गई है। यह कांग्रेस की परंपरा है, जो अंग्रेजों से विरासत में मिली है। इसके बाद मोदी ने विष्णु पुराण से संस्कृत श्लोक पढ़कर देश की एकता के मायने समझाए।

प्रधानमंत्री ने कहा- देश में तमिल तमिल सेंटिमेंट को हवा देकर आग लगाने की कोशिश की गई, लेकिन जब CDS बिपिन रावत का पार्थिव शरीर रास्ते से निकल रहा था, उस वक्त तमिल भाई-बहन वीर वडक्कम-वीर वडक्कम का नारा लगा रहे थे। राष्ट्रीय एकता का उदाहरण देने के लिए उन्होंने महान तमिल तमिल कवि सुब्रमण्यम भारती की कविता का जिक्र किया।

राष्ट्र सरकारी व्यवस्था नहीं, जीवित आत्मा
मोदी ने कहा- संसद में संविधान का अपमान किया गया। कांग्रेस ये अपमान क्यों कर रही है? संविधान में राष्ट्र शब्द नहीं है, यह कहकर देश का अपमान किया गया। राष्ट्र कोई सरकार की व्यवस्था नहीं, राष्ट्र हमारे लिए जीवित आत्मा है।'

PM ने कहा, 'मैं आपसे फिर कहता हूं.. कि आजाद हिंदुस्तान है... आजाद हिंदुस्तान की सालगिरह हम मनाते हैं, लेकिन आजादी के साथ जिम्मेदारी होती है... जिम्मेदारी खाली हुकूमत की नहीं... जिम्मेदारी हर एक आजाद शख्स की होती है... अगर आप उसे महसूस नहीं करते... आप आजादी के मायने नहीं समझते.. तो आप आजादी को बचा नहीं सकते हैं...'

मोदी ने कहा, 'कांग्रेस पार्टी की सत्ता में आने की इच्छा खत्म हो चुकी है। अब वह इस सोच पर चल रही है कि जब कुछ मिलने वाला नहीं है तो कम से कम बिगाड़ तो दो। ऐसे कई लोग आए और चले गए, लेकिन देश का कुछ नहीं हुआ। यह देश एक है और एक रहेगा।'

राहुल पर तंज- कुछ लोग बोलकर भाग जाते हैं
मोदी के भाषण में विपक्ष की टोका-टोकी, सत्ता पक्ष का समर्थन और हास-परिहास से लेकर कांग्रेस पर तीखी टिप्पणियां तक देखने मिलीं। जब मोदी राहुल के इकोनॉमी को कोरोना का डबल A वैरिएंट कहने वाले बयान का जवाब दे रहे थे, तो राहुल सदन में मौजूद नहीं थे। इस पर मोदी ने तंज कसा- कुछ लोग बोलकर भाग जाते हैं, और भुगतना इन लोगों (कांग्रेस सांसदों) को पड़ता है। इस पर सत्ता पक्ष के सांसद हंसने लगे।

उद्यमियों को कोरोना वैरिएंट न कहें
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में नाम लिए बिना राहुल गांधी को भी जवाब दिया। मोदी ने कहा- देश के उद्यमियों को कोरोना वैरिएंट कहना ठीक नहीं है। दरअसल राहुल ने बुधवार को कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था में डबल A वैरिएंट फैल रहा है। डबल A यानी अंबानी और अडाणी। उन्होंने कहा था कि दो हिन्दुस्तान बन रहे हैं, एक अमीरों का हिन्दुस्तान और दूसरा गरीबों का हिन्दुस्तान, इन दो हिन्दुस्तानों के बीच में खाई बढ़ती जा रही है।

विपक्ष को नसीहत- अंध विरोध ठीक नहीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते दो साल से पूरी दुनिया 100 साल का सबसे बड़ा वैश्विक महामारी का संकट झेल रही है। इस कोरोना को भी दलगत राजनीति के लिए प्रयोग किया गया, ये मानवता के लिए सही नहीं है। मोदी ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि उल्टी टोपी क्यों पहन रहे हैं। प्रधानमंत्री के बयान इस पर सदन में विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया।

मोदी ने कहा, 'हम सब संस्कार से, व्यवहार से लोकतंत्र के लिए प्रतिबद्ध लोग हैं और आज से नहीं, सदियों से हैं। ये भी सही है कि आलोचना जीवंत लोकतंत्र का आभूषण है, लेकिन अंध विरोध लोकतंत्र का अनादर है।'

संसद में मोदी के भाषण के मुख्य अंश..

  • इतिहास इस बात का गवाह है कि सेकेंड वर्ल्ड वार के बाद दुनियाभर में बदलाव आया। मैं साफ देख रहा हूं कि कोरोनाकाल के बाद विश्व नई व्यवस्था की ओर आगे बढ़ रहा है। यह एक टर्निंग पॉइंट है। इसे गंवाना ठीक नहीं। मुख्य धारा की लडाई में हमें खुद को कम नहीं आंकना चाहिए।
  • गरीबों के लिए रहने का घर हो, इसके लिए हमने प्रधानमंत्री आवास योजना को गति दी। आज गरीब भी लखपति की श्रेणी में है। देश के गांव खुले में शौच से मुक्त हो गए है। इस बारे में जानकर सभी देशवासियों को खुशी होगी। जनता के बीच जब लोग जाते हैं, तो सरकार का काम दिखता है। लेकिन कुछ लोगों की सुई अभी तक 2014 पर ही टिकी हुई है।
  • आजादी के इतने साल बाद गरीब के घर में रोशनी होती है, तो उसकी खुशियां देश की खुशियों को ताकत देती हैं। गरीब के घर में गैस का कनेक्शन हो, धुएं वाले चूल्हे से मुक्ति हो, तो उसका आनंद कुछ और ही होता है।
  • तमिलनाडु में 60 साल, पश्चिम बंगाल में 50 साल, ओडिशा में 27 साल और त्रिपुरा में 34 साल से कांग्रेस की सरकार नहीं बन पाई। इतने चुनाव हारने के बाद आपके अहंकार में कोई बदलाव नहीं आया है। कांग्रेस ने मन बना लिया है कि 100 साल तक सत्ता में नहीं आना है।
  • मेड इन इंडिया कोरोना वैक्सीन दुनिया में सबसे प्रभावी है, इसकी बदौलत भारत 100% वैक्सीनेशन की ओर बढ़ रहा है। अगर हम लोकल के लिए वोकल होने की बात कर रहे हैं तो क्या हम महात्मा गांधी के सपनों को पूरा नहीं कर रहे हैं? फिर विपक्ष द्वारा इसका मजाक क्यों उड़ाया जा रहा था? हमने योग और फिट इंडिया की बात की, लेकिन विपक्ष ने भी इसका मजाक उड़ाया।
  • भारत आयात पर निर्भर है और कोरोना की वजह से सप्लाई चेन चरमरा गई, लेकिन सरकार ने किसानों को दिक्कत नहीं होने दी। इसका इंतजाम किया कि कोरोनाकाल में इस देश में किसी को भूखा न रहना पड़े। 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया और आज भी करा रहे हैं।
  • अगर गरीबी से मुक्ति चाहिए, तो छोटे किसानों को मजबूत बनाना होगा। ग्रामीण अर्थव्यस्था को सही करना है, तो छोटे किसानों को मजबूत करना होगा।
  • देश में एक ऐसा समुदाय है, जो आज भी गुलामी की मानसिकता में जी रहा है। उसे 19वीं सदी की मानसिकता और 20वीं सदी का कानून ही सही लगता है।मैं कहना चाहूंगा कि 19वीं सदी की मानसिकता और 20वीं सदी के कानून से 21वीं सदी की इच्छा पूर्ण नहीं की जा सकती हैा
  • पीएम मुद्रा योजना के तहत लाखों मां-बहनों को लाभ मिला है। 2014 से पहले 500 स्टार्टअप थे अब 60,000 स्टार्टअप केंद्र हैं। इनमें से कई यूनिकॉर्न लेवल पर पहुंच गए हैं। उद्यमी लोगों को कुछ लोग कोरोना का वैरिएंट बोल रहे हैं। अधीर की ओर इशारा करते हुए कहा- अंदर बोलिए, पार्टी को नुकसान हो रहा है।
  • मेक इन इंडिया हो नहीं सकता, ऐसा कहकर देश का मजाक उड़ाया गया। दरअसल मेक इन इंडिया मतलब है- कमीशन के रास्ते बंद, तिजोड़ी भरने का रास्ता बंद, भ्रष्टाचार करने का रास्ता बंद।
  • प्रधानमंत्री ने कहा- जो इतिहास से सबक नहीं लेते हैं, वो इतिहास में खो जाते है। नेहरु-इंदिरा की सरकार को कांग्रेसी ही कहते थे कि इसे टाटा-बिरला चला रहे हैं। अब पंचिंग बैग बदल गया है। आदत नहीं बदली है।
  • मेक इन इंडिया मतलब- कमीशन के रास्ते बंद, तिजोरी भरने का रास्ता बंद, भ्रष्टाचार करने का रास्ता बंद। खुद निराश हैं, खुद सफल नहीं हो रहे हैं। वो देश को असफल करने की कोशिश कर रहे हैं।
  • रक्षा सौदों में कई ताकतवर लोगों को खरीदने की शक्ति है। मोदी इसे चुनौती देता है।
  • चिदंबरम जी इन दिनों इकॉनोमी पर अखबारों में लेख लिखते हैं, लेकिन जब वे सरकार में थे तो कहते थे- सरकार के पास कोई अलादीन का चिराग नहीं है, जो महंगाई कम कर दे।
  • देश में आज कांग्रेस की सरकार होती तो आप लोग महंगाई को कोरोना के खाते में डालकर निकल जाते। हमारी सरकार इसके प्रति संवेदनशील है। आज अमेरिका सहित कई देशों में 7 फीसदी महंगाई है।
  • कांग्रेस 71 साल से गरीबी हटाओ का नारा देकर जीतती रही। अब 40 साल में कांग्रेस ने नया नारा दे दिया, लेकिन देश की जनता इतनी जागरूक है कि कांग्रेस को 44 सीटों पर ही समेट दिया।

कांग्रेस ने देश में कोरोना फैलाया
प्रधानमंत्री ने कहा, 'देश में जब लॉकडाउन का पालन किया जा रहा था, सारे एक्सपर्ट कह रहे थे कि जो जहां हैं वहीं रहें, तब कांग्रेस के लोगों ने मुंबई के रेलवे स्टेशन पर मजदूरों को फ्री में टिकट दिया। लोगों से कहा कि तुम यूपी और बिहार के हो, जाओ वहां कोरोना फैलाओ। कांग्रेस ने ऐसा करके बड़ा पाप किया। दिल्ली में ऐसी सरकार है, जिसने माइक बांध कर ऐलान करवाया कि सभी मजदूर घर जाएं। यूपी, उत्तराखंड, पंजाब में लोग कांग्रेस के पाप के कारण कोरोना की चपेट में आए।

अधीर रंजन से बोले- आपका CR सुधर गया
प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान कांग्रेस की तरफ से टोका-टोकी शुरू हुई, तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उन्हें रोका। इस पर PM ने चुटकी लेते हुए कहा, 'दादा उम्र के इस पड़ाव पर भी बचपन का मजा लेते हैं।' इसके बाद दोबारा टोके जाने पर वे कांग्रेस लीडर अधीर रंजन चौधरी से बोले- आपने अपना CR सुधार लिया है। इस सत्र से आपको कोई नहीं निकालेगा। मैं आपको गारंटी देता हूं। इसके बाद वे अधीर रंजन चौधरी से बोले- ये एक पल मेरे बिना नहीं बीता पाते, इसके जवाब में अधीर रंजन ने कहा- मोदी प्रधानमंत्री हैं, इसलिए उन्हें याद किया जाता है।