महिला हो, कुछ जानती नहीं हो....? बिहार विधानसभा में आज इतना क्यों भड़क गए नीतीश कुमार

Why did Nitish Kumar get so angry in the Bihar Assembly today?

महिला हो, कुछ जानती नहीं हो....? बिहार विधानसभा में आज इतना क्यों भड़क गए नीतीश कुमार

महिला हो, कुछ जानती नहीं हो....? बिहार विधानसभा में आज इतना क्यों भड़क गए नीतीश कुमार

पटना, 23 जुलाई 2024 – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar Angry) ने आज एक बार फिर से विधानसभा में अपना आपा खो दिया। मॉनसून सत्र के दौरान आरक्षण के मुद्दे पर हो रहे हंगामे के बीच उन्होंने आरजेडी की महिला विधायक को फटकार लगा दी, जिस पर अब सियासत गरमा गई है। महिला हो, कुछ जानती नहीं हो....? बिहार विधानसभा में आज इतना क्यों भड़क गए नीतीश कुमारबिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar Angry) को एक बार फिर से गुस्सा आ गया. इस दौरान उन्होंने आरजेडी की महिला विधायक को फटकार लगा दी, जिस पर अब सियासत शुरू हो गई है.नई दिल्ली:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्य विधानसभा में आज एक बार फिर से अपना आपा खो (Bihar CM Nitish Kumar Angry) बैठे. दरअसल बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र चल रहा था. सदन शुरू होने के साथ विपक्षी महागठबंधन के विधायक आरक्षण के मुद्दे पर हंगामा कर रहे थे. वह वेल में इस बात को लेकर हंगामा कर रहे थे कि पिछले साल जो आरक्षण का प्रावधान पिछड़े, अति पिछड़े और दलित वर्ग के लिए बढ़ाया गया था.. उसे नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए. इस दौरान नीतीश कुमार ने कहा कि हम लोग इसके लिए लगे हुए हैं. केंद्र सरकार को इस संबंध में लिखा भी गया है. लेकिन फिर भी विपक्ष शांत नहीं हुआ. इस पर नीतीश कुमार को गुस्सा आ गया.RJD विधायक को नीतीश की फटकार
नीतीश कुमार का गुस्सा इतना तेज हो गया कि उन्होंने आरजेडी की महिला विधायक को भी फटकार लगा दी. आरक्षण को 9वीं सूची में शामिल करने की मांग कर रहीं आरजेडी विधायक रेखा देवी पर भड़के बिहार सीएम ने कहा कि अरे तुम महिला हो, कुछ जानती नहीं हो, कहां से आते हैं, इन लोगों ने कुछ किया है?  2005 के बाद महिला को हमने ही आगे बढ़ाया है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि चुपचाप बात सुनो, अभी हम बोल रहे हैं. नीतीश कुमार को क्यों आया गुस्सा?
दरअसल नीतीश कुमार ने खड़े होकर विपक्षी नेताओं से कहा कि आपकी जो भी मांग है वह पहले ही पूरी हो चुकी है, इस पर हंगामा करने का कोई मतलब नहीं है. विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य वेल में पहुंच गए.  विधानसभा अध्यक्ष नन्द किशोर यादव बार-बार उन्हें अपनी जगह पर जाकर बात कहने का आग्रह करते रहे, लेकिन विपक्ष हंगामा करता रहा. इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खड़े होकर कहा कि सरकार ने पहले ही जातीय गणना के बाद आरक्षण की सीमा को बढ़ा दिया है. इस पर पटना उच्च न्यायालय ने रोक लगा दी है. उच्च न्यायालय के फैसले के विरोध में सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची है.  इसे नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए भी सरकार द्वारा केंद्र सरकार को लिखा जा चुका है. इसके बाद इस मामले को लेकर हंगामे का कोई मतलब नहीं है. आरक्षण के मुद्दे पर विपक्ष का हंगामा, भड़के नीतीश

मॉनसून सत्र का हंगामा

बिहार विधानसभा का मॉनसून सत्र चल रहा था और सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी महागठबंधन के विधायक आरक्षण के मुद्दे पर वेल में हंगामा करने लगे। उनकी मांग थी कि पिछले साल जो आरक्षण का प्रावधान पिछड़े, अति पिछड़े और दलित वर्ग के लिए बढ़ाया गया था, उसे नौवीं अनुसूची में शामिल किया जाए।

नीतीश कुमार का गुस्सा

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी नेताओं से कहा कि उनकी मांग पहले ही पूरी हो चुकी है और इस पर हंगामा करने का कोई मतलब नहीं है। उन्होंने बताया कि सरकार ने केंद्र को इस संबंध में लिखा है, लेकिन विपक्ष के हंगामे के बाद नीतीश कुमार गुस्से में आ गए।

आरजेडी विधायक को फटकार

नीतीश कुमार का गुस्सा इस हद तक बढ़ गया कि उन्होंने आरजेडी की महिला विधायक रेखा देवी को भी फटकार लगाई। उन्होंने कहा, "अरे तुम महिला हो, कुछ जानती नहीं हो, कहां से आते हैं, इन लोगों ने कुछ किया है? 2005 के बाद महिला को हमने ही आगे बढ़ाया है। चुपचाप बात सुनो, अभी हम बोल रहे हैं।"

विपक्ष का हंगामा और नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया

विपक्षी सदस्य वेल में पहुंच गए और विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव के बार-बार आग्रह करने के बावजूद अपनी जगह पर जाकर बात कहने को तैयार नहीं हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खड़े होकर कहा कि सरकार ने जातीय गणना के बाद आरक्षण की सीमा बढ़ा दी है, जिसे पटना उच्च न्यायालय ने रोक दिया है। सरकार इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंची है और आरक्षण को नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए केंद्र को लिखा जा चुका है।

नीतीश कुमार का तर्क

नीतीश कुमार ने बताया कि जाति आधारित गणना के बाद 94 लाख गरीबों की पहचान की गई है और उनके विकास के लिए सरकार ने दो-दो लाख रुपया देना शुरू कर दिया है। इसके बावजूद विपक्ष के हंगामे पर उनका गुस्सा और बढ़ गया। गुस्साए नीतीश ने कांग्रेस के सदस्यों से कहा, "जब हम लोग विशेष राज्य के दर्जा की मांग कर रहे थे, तब आप लोगों ने नहीं दिया।"

विधानसभा की कार्यवाही स्थगित

पटना हाइकोर्ट ने इस आरक्षण को निरस्त कर दिया था, जिसके बाद विपक्षी विधायकों के 'हाय हाय' के नारे लगाए जाने पर नीतीश कुमार खड़े हो गए और कहा, "आप सब हाय हाय हैं, अगर हमारी बात नहीं सुननी है तो यह आपकी गलती है।" हंगामा होता देख विधानसभा अध्यक्ष ने सदन की कार्यवाही को दो बजे दिन तक के लिए स्थगित कर दिया।

इस घटनाक्रम के बाद सियासी माहौल गरमा गया है और इसे लेकर विभिन्न दलों की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। नीतीश कुमार की इस तात्कालिक प्रतिक्रिया ने राजनीतिक जगत में नई चर्चा को जन्म दे दिया है।