प्राइवेट तस्वीरें, रिश्ते से इनकार और ब्लैकमेलिंग... ऐसे यशश्री की मौत का सबब बन गया उसका 'सीक्रेट लव'

उरन के बोरी गली, इंदिरा नगर में जिस घर में पांच साल पहले कुख्यात दाऊद किराए पर रहता था, वहां के स्थानीय लोग अब भी परेशान हैं। कुछ संगठन के लोगों ने उस घर में तोड़फोड़ की, जिससे वहां के निवासी भयभीत हैं। उनकी मांग है कि पुलिस इस मामले में दोषियों को गिरफ्तार करे और उन्हें कड़ी सजा दे।

प्राइवेट तस्वीरें, रिश्ते से इनकार और ब्लैकमेलिंग... ऐसे यशश्री की मौत का सबब बन गया उसका 'सीक्रेट लव'

नवी मुंबई: यशश्री शिंदे की हत्या का मामला एक दर्दनाक कहानी को उजागर करता है, जिसमें प्राइवेट तस्वीरें, एकतरफा प्यार, और ब्लैकमेलिंग ने एक निर्दोष लड़की की जान ले ली। 20 वर्षीय यशश्री की हत्या ने पूरे नवी मुंबई को हिला कर रख दिया है।

उरन के बोरी गली, इंदिरा नगर में हालात चिंताजनक हैं। यहाँ पर जिस घर में कुख्यात दाऊद कई साल पहले रहता था, वह अब विवादों का केंद्र बन गया है। स्थानीय लोगों ने बताया कि 5 साल पहले वह यहां पर किराए पर रहता था। किसी मामले में पुलिस ने उसको पकड़ा भी था, लेकिन अब कई सालों से वह यहां पर नहीं रहता है। इसके बावजूद, कुछ संगठन के लोगों ने उस घर में तोड़फोड़ की, जहां दाऊद रहता था।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि 5 साल पहले जो किराएदार यहां रहता था, उसकी वजह से अब उन्हें परेशान किया जा रहा है। इंदिरा नगर के लोगों की शिकायत है कि उन्हें अब भी परेशान किया जा रहा है और उनकी मांग है कि आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाए।

यशश्री शिंदे हत्या मामला: एकतरफा प्यार की त्रासदी

पुलिस के अनुसार, यशश्री की हत्या आरोपी दाऊद शेख ने की थी। दाऊद, जो अपने 30 के दशक के मध्य में है, यशश्री से शादी करना चाहता था, लेकिन यशश्री ने उसे कई बार इनकार कर दिया था। दाऊद ने यशश्री को ब्लैकमेल करने के लिए उसकी प्राइवेट तस्वीरों का इस्तेमाल किया, लेकिन जब उसने इनकार किया तो दाऊद ने उसकी हत्या कर दी।

पुलिस का बड़ा खुलासा

हत्या के बाद दाऊद शेख ने उरण रेलवे स्टेशन से लोकल ट्रेन पकड़ी और सीबीडी बेलापुर स्टेशन पहुंचा। वहां से वह पनवेल स्टेशन गया और फिर ऑटो रिक्शा से कलम बोली पहुंचा। वहाँ से उसने बस पकड़ी और कर्नाटक के अपने गांव चला गया, जहां वह अपनी दादी के पास रुका हुआ था। पुलिस को कर्नाटक की लोकल भाषा की समस्या के कारण पूछताछ में कठिनाई हुई, लेकिन गांव के मुखियाओं और स्थानीय लोगों की मदद से उन्होंने दाऊद को पकड़ लिया।

सामाजिक संगठनों की प्रतिक्रिया

महाराष्ट्र प्रदेश प्रमुख सामाजिक न्याय विभाग, डॉ. दीपा चक्रवर्ती, ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा की है और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, "यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिलाओं को अब भी इस तरह की हिंसा का सामना करना पड़ता है। हम चाहते हैं कि सरकार और प्रशासन इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई करें।"

(आबा) विश्वनाथ प्रभाकर सोनवणे, नवी मुंबई सामाजिक न्याय जिल्हा शहर प्रमुख, ने भी इन घटनाओं की कड़ी निंदा की है और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।

महाराष्ट्र कांग्रेस सामाजिक न्याय विभाग की मांग दोषियों को फांसी दो नहीं तो होगा आंदोलन हम यशश्री के साथ है आखिर कब तक महिला के साथ अन्याय होता रहेगा। 

विश्वनाथ प्रभाकर सोनवणे, नवी मुंबई सामाजिक न्याय जिल्हा शहर प्रमुख, ने भी इन घटनाओं की कड़ी निंदा की है और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, "हम यशश्री के साथ हैं। आखिर कब तक महिलाओं के साथ अन्याय होता रहेगा? हमारे महिला बहनों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। नवी मुंबई और उरन में सुरक्षा और न्याय पर महाराष्ट्र सरकार की कार्यनीति पर सवाल उठता है।" 

महाराष्ट्र कांग्रेस सामाजिक न्याय विभाग 

इन घटनाओं ने नवी मुंबई और उरन में सुरक्षा और न्याय की मांग को पुनः जागृत किया है। यशश्री हत्या मामले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है। वहीं, उरन के बोरी गली की घटना ने यह दिखाया है कि पुराने अपराधियों के किराएदारों के कारण स्थानीय लोगों को अब भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। समाज को इस तरह की घटनाओं से सबक लेकर महिलाओं और निर्दोष लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।संगठनों ने भी इस मामले में सक्रियता दिखाई है और पुलिस प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में निम्नलिखित प्रमुख उपस्थित थे:

  • कांचन गायकवाड, ठाणे शहर प्रमुख
  • महेंद्र मुंबईकर, उरण शहर प्रमुख
  • प्रकाश पाटील, उरण शहराध्यक्ष
  • निर्मला घरात, महिला अध्यक्ष उरण
  • अल्पशा मुखर्जी, उरण महिला अध्यक्ष
  • कमलाकर घरात, उरण सेवा दल अध्यक्ष
  • निलेश जाधव
  • राजेंद्र मुंबईकर
  • यशवंत पाटील
  • निलेश म्हात्रे
  • हसीना पटेल
  • बुफ्राना यशवंत पाटील
  • शैलेश राजश्री भालेराव
  • सुनील पगारे
  • प्रिया और अन्य कार्यकर्ता

उरन के बोरी गली, इंदिरा नगर की घटना

उरन के बोरी गली, इंदिरा नगर में जिस घर में पांच साल पहले कुख्यात दाऊद किराए पर रहता था, वहां के स्थानीय लोग अब भी परेशान हैं। कुछ संगठन के लोगों ने उस घर में तोड़फोड़ की, जिससे वहां के निवासी भयभीत हैं। उनकी मांग है कि पुलिस इस मामले में दोषियों को गिरफ्तार करे और उन्हें कड़ी सजा दे।

इन घटनाओं ने नवी मुंबई और उरन में सुरक्षा और न्याय की मांग को पुनः जागृत किया है। यशश्री हत्या मामले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है। वहीं, उरन के बोरी गली की घटना ने यह दिखाया है कि पुराने अपराधियों के किराएदारों के कारण स्थानीय लोगों को अब भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। समाज को इस तरह की घटनाओं से सबक लेकर महिलाओं और निर्दोष लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।

प्राइवेट तस्वीरें, रिश्ते से इनकार और ब्लैकमेलिंग... ऐसे यशश्री की मौत का सबब बन गया उसका 'सीक्रेट लव'

पहले रहस्यमयी तरीके से वो लड़की गायब हो गई. फिर चौबीस घंटे के अंदर घर से ही कुछ दूरी पर उसकी क्षत-विक्षत लाश मि... नवी मुंबई मर्डर केस में पुलिस का बड़ा खुलासा, 'यशश्री शिंदे की हत्या के बाद आरोपी दाऊद...'
Yashshree Shinde Murder Case: यशश्री शिंदे की हत्या को लेकर पुलिस ने एक और बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने इस बात की जानकारी दी है कि आरोपी दाऊद ने हत्याकांड के बाद क्या-क्या किया था.Yashshree Shinde Murder News: नवी मुंबई के उरण में 20 साल की यशश्री शिंदे की निर्मम हत्या कर आरोपी कर्नाटक के पहाड़ों पर छुपता फिर रहा था. 5 दिन बाद उसे पहाड़ से ही पकड़ा गया. पुलिस ने बताया कि आरोपी दाऊद को पिता से 2019 का बदला लेना था. आरोपी दाऊद यशश्री से शादी कर कर्नाटक शिफ्ट होना चाहता था, पर लड़की तैयार नही थी.

पुलिस ने दी ये अहम जानकारी
नवी मुंबई पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी दाऊद शेख हत्या को अंजाम देने के बाद उसने उरण रेलवे स्टेशन से लोकल ट्रेन पकड़ी और सीबीडी बेलापुर स्टेशन गया. उसने फिर वहां ट्रेन पकड़ पनवेल स्टेशन से ऑटो रिक्शा पकड़ कर वह कलम बोली गया वहां से उसने बस पकड़ी बस पकड़ कर वह कर्नाटक के अपने गांव चला गया. कर्नाटक में वह अपनी दादी के पास रुका हुआ था.

उसे यह पता था कि अगर वह अपना फोन लेकर घूमेगी तो पुलिस उसे पकड़ लेगी, इसीलिए उसने घर छोड़ने से पहले फोन बंद कर दादी के पास अपना फोन छोड़ दिया. वहां से वह गांव से ही वो नजदीक में पहाड़ों की श्रृंखला में घूमने लगा. 

सूत्रों ने बताया कि वह एक पहाड़ चढ़ता फिर उतरता फिर दूसरे पहाड़ पर चढ़ता फिर उतरता और फिर तीसरे पहाड़ पर चढ़ता था.  इस तरह से वह एक के बाद एक अलग-अलग पहाड़ों पर पैदल ही घूमता रहा.

एक अधिकारी ने बताया कि नवी मुंबई पुलिस को कर्नाटक की लोकल भाषा की समस्या होने के चलते लोगों से पूछताछ कर पाना थोड़ा कठिन था. ऐसे में गांव के मुखियाओं से नवी मुंबई पुलिस ने संपर्क किया. 3 से 4 गांव के मुखिया से बातचीत की और उन्हें घटना के बारे में बताया. आरोपी के बारे में भी बताया और फिर अलग-अलग गांव के लोगों की मदद ली.

यूं कहें कि दाऊद शेख को गिरफ्तार करने के लिए नवी मुंबई पुलिस ने कर्नाटक में ह्यूमन इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया और फिर पुलिस को जानकारी मिली कि वह एक पहाड़ पर बैठा हुआ है. यह जानकारी 30 तारीख सुबह 5:30 बजे मिली. जिसके बाद नवी मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम उस पहाड़ पर पहुंची और उसे गिरफ्तार कर लिया. इन घटनाओं ने नवी मुंबई और उरन में सुरक्षा और न्याय की मांग को पुनः जागृत किया है। यशश्री हत्या मामले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है। वहीं, उरन के बोरी गली की घटना ने यह दिखाया है कि पुराने अपराधियों के किराएदारों के कारण स्थानीय लोगों को अब भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। समाज को इस तरह की घटनाओं से सबक लेकर महिलाओं और निर्दोष लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।