प्रवर्तन निदेशालय ने अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्कर जसमीत हकीमजादा को किया गिरफ्तार - THE PUBLIC NEWS 24
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दुबई से काम करने वाले कथित अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्कर जसमीत हकीमजादा के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच में दिल्ली, पंजाब, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में 10 स्थानों पर छापेमारी की है। वह अमेरिका में प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा वांछित भी है।
प्रवर्तन निदेशालय ने अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्कर जसमीत हकीमजादा को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली में 45 वर्षीय जसमीत हकीमजादा को गिरफ्तार किया है, जो एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्कर के रूप में कुख्यात है। हकीमजादा खाड़ी देशों से संचालित होने वाले ड्रग नेटवर्क का प्रमुख बताया जाता है। उसे संयुक्त राज्य अमेरिका के फ़ॉरेन नारकोटिक्स किंगपिन डेज़िग्नेशन एक्ट के तहत 'महत्वपूर्ण विदेशी नशीले पदार्थों का तस्कर' घोषित किया गया है।
जसमीत हकीमजादा का अपराधिक नेटवर्क
जसमीत हकीमजादा पर आरोप है कि वह लंबे समय से खाड़ी देशों से नशीले पदार्थों की तस्करी कर रहा है और उसका नेटवर्क अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर फैला हुआ है। उसके नेटवर्क के जरिए कई देशों में नशीले पदार्थों की आपूर्ति की जाती है, जिससे वह नशीली दवाओं के अवैध व्यापार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
अंतर्राष्ट्रीय तस्करी के खिलाफ कार्रवाई
संयुक्त राज्य अमेरिका ने उसे 'महत्वपूर्ण विदेशी नशीले पदार्थों का तस्कर' घोषित कर रखा है, जो उसके अपराधिक गतिविधियों की गंभीरता को दर्शाता है। ईडी ने उसके खिलाफ सख्त कदम उठाते हुए उसे गिरफ्तार किया है और अब उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही की जा रही है।
भारत में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय ने हकीमजादा की गिरफ्तारी के साथ ही उसके वित्तीय लेन-देन और संपत्तियों की जांच भी शुरू कर दी है। यह जांच भारत में उसकी अवैध संपत्तियों और धनशोधन गतिविधियों को उजागर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करी पर शिकंजा
यह गिरफ्तारी अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करी के खिलाफ भारत की सख्त कार्रवाई का हिस्सा है। प्रवर्तन निदेशालय और अन्य एजेंसियां अब हकीमजादा के सहयोगियों और उसके नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही हैं, ताकि इस अंतर्राष्ट्रीय ड्रग तस्करी के नेटवर्क को पूरी तरह से खत्म किया जा सके।
जसमीत हकीमजादा की गिरफ्तारी से ड्रग तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय संघर्ष में एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल हुई है। इसका प्रभाव न केवल भारत में, बल्कि अन्य देशों में भी देखा जा सकता है, जहां उसके नेटवर्क के तार जुड़े हुए हैं।