नवी मुंबई बिग ब्रेकिंग न्यूज़: बिना ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट (OC) के खुलेआम फ्लैट्स की बिक्री, CIDCO अधिकारियों पर उठे सवाल

बिना OC के फ्लैट्स की बिक्री न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह सीधे तौर पर आम जनता के साथ धोखाधड़ी है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों CIDCO अधिकारियों द्वारा इन बिल्डर्स पर निगरानी नहीं रखी गई? क्या वे अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से नहीं निभा रहे हैं, जिसका भुगतान आम जनता को करना पड़ रहा है?

नवी मुंबई बिग ब्रेकिंग न्यूज़: बिना ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट (OC) के खुलेआम फ्लैट्स की बिक्री, CIDCO अधिकारियों पर उठे सवाल

नवी मुंबई बिग ब्रेकिंग न्यूज़: बिना ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट (OC) के खुलेआम फ्लैट्स की बिक्री, CIDCO अधिकारियों पर उठे सवाल

नवी मुंबई, [23.08.2024]: नवी मुंबई के सेक्टर 15, नेरुल में स्थित A.S. Vista परियोजना में Pankaja Developers & A.S. Buildshub LLP द्वारा बिना ऑक्युपेंसी सर्टिफिकेट (OC) के खुलेआम फ्लैट्स बेचे जा रहे हैं। यह मामला एक गंभीर मुद्दा बन गया है और इस पर सवाल उठ रहे हैं कि क्या CIDCO अधिकारी इस पर कोई ठोस कार्यवाही करेंगे या नहीं।

बिल्डर्स के धोखे का शिकार आम जनता

बिना OC के फ्लैट्स की बिक्री न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि यह सीधे तौर पर आम जनता के साथ धोखाधड़ी है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर क्यों CIDCO अधिकारियों द्वारा इन बिल्डर्स पर निगरानी नहीं रखी गई? क्या वे अपनी जिम्मेदारियों को ईमानदारी से नहीं निभा रहे हैं, जिसका भुगतान आम जनता को करना पड़ रहा है?

अधिकारी सवालों के घेरे में

जब भी ऐसे विवाद सामने आते हैं, अधिकारी अक्सर सवालों से बचते नजर आते हैं। यह स्थिति बताती है कि कहीं न कहीं जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा अपनी ड्यूटी का पालन नहीं किया जा रहा है। क्या CIDCO अधिकारी इस मामले में दोषी बिल्डर्स के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे, या फिर यह मामला भी अन्य मामलों की तरह ठंडे बस्ते में डाल दिया जाएगा?

आम जनता की चिंता और सवाल

नवी मुंबई की जनता अब इस बात से चिंतित है कि अगर ऐसे फ्लैट्स की बिक्री जारी रहती है और अगर भविष्य में कोई कानूनी अड़चन आती है, तो उसका जिम्मेदार कौन होगा? क्या वे अपने निवेश की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम उठा सकते हैं, या फिर उन्हें धोखे का शिकार होना पड़ेगा?

CIDCO की जिम्मेदारी

CIDCO पर अब दबाव है कि वह इन बिल्डर्स के खिलाफ सख्त कदम उठाए और आम जनता के हितों की रक्षा करे। यदि जल्द ही कोई कार्रवाई नहीं की गई, तो यह न केवल CIDCO की साख पर सवाल उठाएगा, बल्कि यह अन्य बिल्डर्स को भी नियमों का उल्लंघन करने के लिए प्रेरित कर सकता है।

अब देखना यह है कि CIDCO अधिकारी इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाते हैं और क्या वे इस धोखाधड़ी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करेंगे या नहीं। जनता की नजरें अब उन पर टिकी हैं।