मुंबई एपीएमसी प्याज-आलू बाजार में 300 टन आलू सड़े, रिटेलर्स ने सड़े आलू खरीदे, प्रशासन की लापरवाही उजागर
मुंबई एपीएमसी प्रशासन की इस लापरवाही ने न केवल बाजार क्षेत्र में बदबू फैलाई है, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा उत्पन्न किया है। यह आवश्यक है कि प्रशासन जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करे और सड़े हुए आलुओं को बाजार से हटा कर उचित निपटान सुनिश्चित करे। इससे न केवल बाजार क्षेत्र स्वच्छ रहेगा, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा भी बनी रहेगी।
मुंबई, 02.07.2024
मुंबई एपीएमसी प्याज-आलू बाजार में किसानों द्वारा बिक्री के लिए भेजे गए आलू सड़ने लगे हैं। पिछले सात दिनों में लगभग 300 टन आलू खराब हो चुके हैं। लगातार बारिश और बादल छाए रहने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है।
प्रशासन की लापरवाही
एपीएमसी प्रशासन की लापरवाही के कारण सड़े हुए आलू बाजार क्षेत्र में खुलेआम फेंके जा रहे हैं। प्रशासन समय पर सड़े आलुओं को नहीं उठा रहा है, जिसके कारण रिटेल व्यापारियों की भीड़ इन्हें खरीदने के लिए उमड़ रही है। यह आलू मंकरुड, गोवंडी और नवी मुंबई जैसे क्षेत्रों में ले जाए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य पर खतरा
सड़े हुए आलू बाजार में बदबू फैला रहे हैं और वहां काम करने वालों के स्वास्थ्य पर भी इसका असर पड़ सकता है। व्यापारियों का दावा है कि पिछले सात दिनों में 250 से 300 टन आलू, जो 6 हजार बोरियों में थे, सड़ चुके हैं। बदलते मौसम के कारण आलू खराब हो गए हैं।
खराब आलू की बिक्री
खराब आलू खुलेआम बाजार क्षेत्र में फेंके जा रहे हैं और इन्हें हाथगाड़ी में भरकर बिक्री के लिए ले जाया जा रहा है। यह आलू मुंबई और नवी मुंबई के विभिन्न क्षेत्रों में ले जाए जा रहे हैं। यहां तक कि एक रिटेलर ने बताया कि इन सड़े हुए आलुओं से आलू वार्ड बनाए जा रहे हैं, जो बेहद चौंकाने वाला है।
किसानों और व्यापारियों की समस्या
उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और गुजरात से बिक्री के लिए आने वाले आलू भारी बारिश में गीले हो जाते हैं और बोरियों में सड़ने लगते हैं। सड़े हुए आलुओं को नीलामी घर में रखा जा रहा है, जिससे वहां बदबू फैल गई है। कई जगहों पर आलू की बोरियां ऊंची उठी हुई हैं और सड़ी हुई सामग्री को खुलेआम बाजार क्षेत्र में फेंका जा रहा है।
निष्कर्ष
मुंबई एपीएमसी प्रशासन की इस लापरवाही ने न केवल बाजार क्षेत्र में बदबू फैलाई है, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर खतरा उत्पन्न किया है। यह आवश्यक है कि प्रशासन जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करे और सड़े हुए आलुओं को बाजार से हटा कर उचित निपटान सुनिश्चित करे। इससे न केवल बाजार क्षेत्र स्वच्छ रहेगा, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा भी बनी रहेगी।