TPN 24 : खालापुर में प्रतिबंधित गुटखा का गोरखधंधा: जिम्मेदार कौन? पुलिस अधिकारियों के नाक के नीचे अवैध धंधा जारी

स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत के बिना यह अवैध व्यापार संभव नहीं है। उनका कहना है कि कुछ पुलिस अधिकारी जानबूझकर इस व्यापार को नजरअंदाज कर रहे हैं।

TPN 24 : खालापुर में प्रतिबंधित गुटखा का गोरखधंधा: जिम्मेदार कौन? पुलिस अधिकारियों के नाक के नीचे अवैध धंधा जारी

खालापुर: खालापुर में प्रतिबंधित गुटखा का अवैध व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है, जिससे न केवल स्वास्थ्य बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस अधिकारियों के नाक के नीचे यह गोरखधंधा कैसे चल रहा है, इस पर अब स्थानीय नागरिकों और समाजसेवियों ने गंभीर चिंता जताई है।

    • प्रतिबंधित गुटखा की बिक्री: खालापुर में कई दुकानों और ठिकानों पर खुलेआम प्रतिबंधित गुटखा बेचा जा रहा है। यह गुटखा स्थानीय निवासियों और युवाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।
    • भ्रष्टाचार और मिलीभगत: स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत के बिना यह अवैध व्यापार संभव नहीं है। उनका कहना है कि कुछ पुलिस अधिकारी जानबूझकर इस व्यापार को नजरअंदाज कर रहे हैं।

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पुलिस अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वे अपने क्षेत्र में कानून-व्यवस्था को बनाए रखें और अवैध गतिविधियों पर रोक लगाएं। लेकिन खालापुर में चल रहे इस गोरखधंधे ने पुलिस की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस की मिलीभगत के कारण ही यह अवैध व्यापार फल-फूल रहा है।एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हमारे क्षेत्र में प्रतिबंधित गुटखा खुलेआम बेचा जा रहा है। यह हमारे बच्चों और युवाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। पुलिस अधिकारियों को इस पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।"

खालापुर में प्रतिबंधित गुटखा का गोरखधंधा: पुलिस और मीडिया की मिलीभगत का आरोप

खालापुर में प्रतिबंधित गुटखा का अवैध व्यापार धड़ल्ले से चल रहा है, और इसके पीछे पुलिस और मीडिया की मिलीभगत के आरोप लग रहे हैं। जब अवैध धंधा करने वालों से पूछा जाता है कि क्या उन्हें पुलिस का डर नहीं है, तो उनका जवाब होता है कि वे पुलिस के साथ मिलकर काम करते हैं और कुछ मीडिया संस्थान भी उनके साथ हैं। इस खुलासे ने जनता की चिंता को और बढ़ा दिया है और पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।खालापुर में कई दुकानों और ठिकानों पर खुलेआम प्रतिबंधित गुटखा बेचा जा रहा है, जो स्थानीय निवासियों और युवाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है।वैध धंधा करने वालों का दावा है कि वे पुलिस के साथ मिलकर काम करते हैं और नियमित रूप से उन्हें 'हप्ता' (रिश्वत) देते हैं। यह आरोप पुलिस की निष्क्रियता और भ्रष्टाचार की ओर इशारा करता है।कुछ मीडिया संस्थानों की मिलीभगत का आरोप भी सामने आया है, जिससे यह अवैध व्यापार और भी निर्भीक होकर चलाया जा रहा है। स्थानीय निवासियों ने इस मुद्दे पर गहरी चिंता व्यक्त की है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, "हमारे बच्चों और युवाओं के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। अगर पुलिस और मीडिया भी इसमें शामिल हैं, तो हमें न्याय कैसे मिलेगा?" समाजसेवियों ने इस अवैध व्यापार के खिलाफ जोरदार विरोध किया है और पुलिस प्रशासन से तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की है।

समाजसेवियों का विरोध:

स्थानीय समाजसेवियों ने इस अवैध व्यापार के खिलाफ आवाज उठाई है। उन्होंने पुलिस प्रशासन से तत्काल सख्त कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि यदि पुलिस अधिकारी इसमें लिप्त पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

आगे की राह:

सख्त निरीक्षण और कार्रवाई: पुलिस प्रशासन को तत्काल सख्त निरीक्षण करना चाहिए और प्रतिबंधित गुटखा बेचने वाले सभी ठिकानों पर छापेमारी करनी चाहिए।

भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई: यदि पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत पाई जाती है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।

जनता की भागीदारी: स्थानीय नागरिकों को भी सतर्क रहना चाहिए और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना पुलिस को देनी चाहिए।

स्वास्थ्य जागरूकता: गुटखा के सेवन से होने वाले स्वास्थ्य खतरों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को पहल करनी चाहिए।

खालापुर में प्रतिबंधित गुटखा का अवैध व्यापार पुलिस और मीडिया की मिलीभगत के आरोपों के कारण और भी गंभीर हो गया है। यह न केवल कानून-व्यवस्था के लिए बल्कि स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य के लिए भी गंभीर खतरा है। पुलिस प्रशासन को इन आरोपों को गंभीरता से लेते हुए तुरंत सख्त कदम उठाने चाहिए और इस अवैध व्यापार को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई करनी चाहिए। जनता की सुरक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देते हुए, ऐसे सभी अवैध गतिविधियों पर रोक लगानी होगी।