ठाणे में निर्भया कांड, पहले किया सामूहिक बलात्कार, फिर प्राइवेट पार्ट में बेलन डालकर दी यातना, पति को वीडियो कॉल पर दिखाया दृश्य

ठाणे की यह घटना बेहद दर्दनाक और शर्मनाक है। इससे समाज में एक बार फिर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर चिंतन और कार्रवाई की आवश्यकता को उजागर किया है। जब तक दोषियों को सख्त सजा नहीं मिलेगी, तब तक पीड़िता और उसका परिवार न्याय नहीं पा सकेगा। पुलिस और प्रशासन को इस मामले में त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है।

ठाणे में निर्भया कांड, पहले किया सामूहिक बलात्कार, फिर प्राइवेट पार्ट में बेलन डालकर दी यातना, पति को वीडियो कॉल पर दिखाया दृश्य

ठाणे: दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप और मर्डर की घटना शायद ही कभी कोई भुला पाएगा। इस घटना को हुए साढ़े ग्यारह साल हो चुके हैं। इसके बाद भी देश में आज तक कुछ नहीं बदला है। सभी का यही मानना है कि देश में आज भी महिलाएं और बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। इसी तरह का मिलता-जुलता निर्भया कांड ठाणे में सामने आया है।

ठाणे के विटावा में रहनेवाली 35 वर्षीय महिला के घर पर पहुंचे दो फर्जी मनपा कर्मचारी समेत चार लोगों ने पहले उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। उसके बाद महिला के प्राइवेट पार्ट में बेलन डाल दिया। इतना ही नहीं, इस कृत्य में शामिल आरोपियों ने पीड़िता के पति को वीडियो कॉल करके घटना का दृश्य भी दिखाया। दूसरी तरफ बताया गया है कि इनमें से एक आरोपी को बचाने की कोशिश की जा रही है। यही कारण है कि वारदात को बीते 12 दिन गुजरने के बाद भी आरोपी पुलिस की पहुंच से दूर हैं।

घटना का विवरण:

ठाणे के विटावा में रहने वाली 35 वर्षीय महिला अपने 12 साल के बेटे के साथ रहती है। वह पास ही एक सौंदर्य प्रसाधन की दुकान भी चलाती है। महिला ने साल 2019 में बलात्कारी उमेश शिंदे से फ्लैट खरीदा था। उमेश ने फ्लैट का टैक्स और लाइट बिल बाद में ट्रांसफर करने का वादा किया था, लेकिन छह साल बीत जाने के बाद भी वह टालमटोल करता रहा।

30 मई को दोपहर डेढ़ बजे उमेश तीन लोगों को घर पर ले आया और उनमें से दो को मनपा कर्मचारी बताते हुए फ्लैट का माप लेने की बात कही। इसके बाद तीनों कमरे में आ गए और महिला से चाय बनाने के लिए बोले। जब महिला किचन में चाय बनाने गई, तो एक व्यक्ति ने उसके दोनों हाथ पकड़ लिए और उमेश ने पुड़ी में बंधा पावडर उसके मुंह में डाल दिया। एक ने जेब से सफेद रंग का कपड़ा महिला के मुंह में ठूंस दिया, ताकि वह चिल्ला न सके। पावडर के कारण महिला को चक्कर आने लगा। इसके बाद उन्होंने महिला के हाथ बांधकर बारी-बारी से बलात्कार किया।

पति को वीडियो कॉल पर दिखाया गया दृश्य:

इस कृत्य के बाद आरोपियों ने महिला के पति को वीडियो कॉल करके पूरा दृश्य दिखाया। महिला के पति ने बलात्कारियों से कहा कि इससे उसे कोई फर्क नहीं पड़ेगा, इसके प्राइवेट पार्ट में बेलन डाल दो। इसके बाद एक आरोपी ने महिला के गुप्तांग और मल द्वार में बेलन डाल दिया। पति के कहने पर आरोपियों ने महिला के गले से मंगलसूत्र खींचकर उसे मारने की भी कोशिश की। इसके बाद उन्होंने घर से 10,000 नकद और पांच तोले का मंगलसूत्र चुरा लिया।

उमेश शिंदे का आपराधिक रिकॉर्ड:

उमेश शिंदे आपराधिक प्रवृत्ति का व्यक्ति है और उसका क्षेत्र में दहशत है। घटना के बाद पीड़िता की सहेली ने उसे इस अवस्था में देखा और तुरंत कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी अस्पताल में भर्ती कराया। पीड़िता तीन दिनों तक बेहोशी की हालत में रही। होश में आने के बाद उसने पुलिस को अपना बयान दिया।

गृह मंत्री से मदद की गुहार:

सामूहिक बलात्कार की शिकार हुई महिला ने गृहमंत्री से मदद की गुहार लगाई है। उसने अपने ज्ञापन में कहा है कि इस घटना ने उसके जीवन को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है, जबकि बलात्कारी वारदात को अंजाम देने के बावजूद खुलेआम समाज में घूम रहे हैं। महिला ने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस प्रशासन भी आरोपियों की मदद कर रहा है और उसे ही परेशान कर रहा है।

निष्कर्ष:

यह घटना बेहद दर्दनाक और शर्मनाक है। इससे समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंतन और कार्रवाई की आवश्यकता को उजागर किया है। पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन और समाज को मिलकर काम करना होगा ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

(Crime investigative journalist: आलोक शुक्ला)