नीट परीक्षा पर उठते सवाल, ग्रेस मार्क्स पाने वाले छात्र अब क्या कह रहे हैं?

सुप्रीम कोर्ट ने नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। अब इन याचिकाओं पर अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी।

नीट परीक्षा पर उठते सवाल, ग्रेस मार्क्स पाने वाले छात्र अब क्या कह रहे हैं?

नई दिल्ली - 7 जून 2024: चार जून को लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद सबसे ज्यादा चर्चा में रही नीट परीक्षा के परिणामों को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। 23 लाख छात्रों की इस परीक्षा में कथित अनियमितताओं और पेपर लीक के दावों के बीच 67 छात्रों के टॉप रैंक हासिल करने के बाद उपजे विवाद को शांत करने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने कई स्पष्टीकरण दिए हैं।

एनटीए की प्रतिक्रिया:

नीट परीक्षा के नतीजों से जुड़ी कई याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट फिलहाल सुनवाई कर रहा है। 14 जून को एनटीए ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि नीट-यूजी 2024 में 1563 छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए थे और अब वे इन्हें रद्द कर रहे हैं। एनटीए ने यह भी कहा कि ग्रेस मार्क्स पाने वाले छात्रों के लिए वह फिर से परीक्षा का आयोजन करेगा, वहीं छात्र चाहें तो ग्रेस में मिले नंबर छोड़कर परीक्षा फिर से न देने का विकल्प भी चुन सकते हैं।

सुप्रीम कोर्ट का रुख:

हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। अब इन याचिकाओं पर अगली सुनवाई 8 जुलाई को होगी।

विवाद का केंद्र:

इस साल सबसे ज्यादा विवाद नीट परीक्षा में 67 छात्रों को लेकर हुआ, जिन्होंने परीक्षा में 720 में से 720 नंबर हासिल किए थे। इन 67 छात्रों में छह छात्रों ने नीट परीक्षा हरियाणा के झज्जर के हरदयाल पब्लिक स्कूल में दी थी। इतना ही नहीं, इसी सेंटर से दो बच्चों को 718 और 719 नंबर मिले हैं, जो जानकारों के अनुसार असंभव प्रतीत होता है।

ग्रेस मार्क्स पाने वाले छात्रों की प्रतिक्रिया:

ग्रेस मार्क्स पाने वाले छात्रों और उनके परिवारों से बातचीत में यह स्पष्ट हुआ कि वे सभी निराश और डरे हुए हैं। एक छात्र ने बताया, “परीक्षा की शुरुआत ही बहुत कंफ्यूज़न के साथ हुई, क्योंकि हमें एक की बजाय पेपर के दो सेट दिए गए। इस स्थिति में हमें परीक्षा लिखने में मुश्किल आई और हमारे शुरुआती 20 मिनट बर्बाद हो गए।”

सार्वजनिक प्रतिक्रिया:

इस विवाद में आम जनता भी अपनी राय व्यक्त कर रही है। हरदयाल पब्लिक स्कूल के पास एक दुकानदार ने बीबीसी को बताया, “हां, मैंने सुना है कि एक मेडिकल परीक्षा हुई थी और वहां लोग कह रहे थे कि पेपर लीक हो गया है, क्योंकि बहुत सारे बच्चों ने टॉप कर लिया है।”

आगे का रास्ता:

एनटीए के कदम और सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि नीट परीक्षा के इस विवाद का अंत कैसे होता है। छात्रों और उनके परिवारों की निराशा और चिंता को देखते हुए, यह आवश्यक है कि इस मुद्दे का समाधान जल्द और निष्पक्ष रूप से किया जाए।