महाराष्ट्र कांग्रेस सामाजिक न्याय विभाग की मांग दोषियों को फांसी दो नहीं तो होगा आंदोलन हम यशश्री के साथ है

महाराष्ट्र कांग्रेस सामाजिक न्याय विभाग की मांग दोषियों को फांसी दो नहीं तो होगा आंदोलन हम यशश्री के साथ है

नवी मुंबई: यशश्री शिंदे की हत्या का मामला एक दर्दनाक कहानी को उजागर करता है, जिसमें प्राइवेट तस्वीरें, एकतरफा प्यार, और ब्लैकमेलिंग ने एक निर्दोष लड़की की जान ले ली। 20 वर्षीय यशश्री की हत्या ने पूरे नवी मुंबई को हिला कर रख दिया है।

यशश्री शिंदे हत्या मामला: एकतरफा प्यार की त्रासदी

पुलिस के अनुसार, यशश्री की हत्या आरोपी दाऊद शेख ने की थी। दाऊद, जो अपने 30 के दशक के मध्य में है, यशश्री से शादी करना चाहता था, लेकिन यशश्री ने उसे कई बार इनकार कर दिया था। दाऊद ने यशश्री को ब्लैकमेल करने के लिए उसकी प्राइवेट तस्वीरों का इस्तेमाल किया, लेकिन जब उसने इनकार किया तो दाऊद ने उसकी हत्या कर दी।

महाराष्ट्र प्रदेश प्रमुख सामाजिक न्याय विभाग, डॉ. दीपा चक्रवर्ती, ने इन घटनाओं की कड़ी निंदा की है और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, "यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि महिलाओं को अब भी इस तरह की हिंसा का सामना करना पड़ता है। हम चाहते हैं कि सरकार और प्रशासन इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई करें।"

(आबा) विश्वनाथ प्रभाकर सोनवणे, नवी मुंबई सामाजिक न्याय जिल्हा शहर प्रमुख, ने भी इन घटनाओं की कड़ी निंदा की है और दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है। उन्होंने कहा, "हम यशश्री के साथ हैं। आखिर कब तक महिलाओं के साथ अन्याय होता रहेगा? हमारे महिला बहनों के साथ अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। नवी मुंबई और उरन में सुरक्षा और न्याय पर महाराष्ट्र सरकार की कार्यनीति पर सवाल उठता है।" 

अन्य प्रमुख समाजसेवी संगठनों की प्रतिक्रिया

अन्य समाजसेवी संगठनों ने भी इस मामले में सक्रियता दिखाई है और पुलिस प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। इस मामले में निम्नलिखित प्रमुख उपस्थित थे:

  • कांचन गायकवाड, ठाणे शहर प्रमुख
  • महेंद्र मुंबईकर, उरण शहर प्रमुख
  • प्रकाश पाटील, उरण शहराध्यक्ष
  • निर्मला घरात, महिला अध्यक्ष उरण
  • अल्पशा मुखर्जी, उरण महिला अध्यक्ष
  • कमलाकर घरात, उरण सेवा दल अध्यक्ष
  • निलेश जाधव
  • राजेंद्र मुंबईकर
  • यशवंत पाटील
  • निलेश म्हात्रे
  • हसीना पटेल
  • बुफ्राना यशवंत पाटील
  • शैलेश राजश्री भालेराव
  • सुनील पगारे
  • प्रिया और अन्य कार्यकर्ता

उरन के बोरी गली, इंदिरा नगर की घटना

उरन के बोरी गली, इंदिरा नगर में जिस घर में पांच साल पहले कुख्यात दाऊद किराए पर रहता था, वहां के स्थानीय लोग अब भी परेशान हैं। कुछ संगठन के लोगों ने उस घर में तोड़फोड़ की, जिससे वहां के निवासी भयभीत हैं। उनकी मांग है कि पुलिस इस मामले में दोषियों को गिरफ्तार करे और उन्हें कड़ी सजा दे।

निष्कर्ष

इन घटनाओं ने नवी मुंबई और उरन में सुरक्षा और न्याय की मांग को पुनः जागृत किया है। यशश्री हत्या मामले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गंभीर कदम उठाने की आवश्यकता है। वहीं, उरन के बोरी गली की घटना ने यह दिखाया है कि पुराने अपराधियों के किराएदारों के कारण स्थानीय लोगों को अब भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। समाज को इस तरह की घटनाओं से सबक लेकर महिलाओं और निर्दोष लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।