महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रसिद्ध वकील गौरी छाबड़िया ने अंतरराष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस समारोह पर घरेलू महिला नौकरानियों को संबोधित किया

गौरी छाबड़िया ने समाज से भी अपील की कि वे घरेलू कामगारों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करें और उन्हें उनके अधिकार दें। उन्होंने कहा, "हमें समाज में बदलाव लाने की आवश्यकता है। हमें घरेलू कामगारों के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलना होगा और उन्हें समानता और सम्मान देना होगा।

महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की सदस्य प्रसिद्ध वकील गौरी छाबड़िया ने अंतरराष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस समारोह पर घरेलू महिला नौकरानियों को संबोधित किया

मुंबई: महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग की सदस्य और प्रसिद्ध वकील गौरी छाबड़िया ने अंतरराष्ट्रीय घरेलू कामगार दिवस की पूर्व संध्या पर घरेलू महिला नौकरानियों को संबोधित किया। इस समारोह का आयोजन मुंबई में किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में घरेलू महिला नौकरानियों ने भाग लिया।

गौरी छाबड़िया ने अपने संबोधन में घरेलू कामगारों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा, "घरेलू महिला नौकरानियों का हमारे समाज में महत्वपूर्ण योगदान है। वे हमारे घरों को सुव्यवस्थित और साफ-सुथरा रखने के साथ-साथ हमारे परिवारों की देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। "गौरी छाबड़िया ने घरेलू कामगारों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया और उन्हें बताया कि वे अपने काम के लिए सम्मान और उचित वेतन पाने की हकदार हैं। उन्होंने कहा, "घरेलू कामगारों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है। उन्हें यह समझना चाहिए कि वे भी श्रम कानूनों के तहत आते हैं और उन्हें उचित वेतन, कार्यस्थल पर सम्मान और सुरक्षित कामकाजी परिस्थितियों का अधिकार है।"समारोह में कई विषयों पर चर्चा की गई, जिसमें कामकाजी महिलाओं के स्वास्थ्य, सुरक्षा और उनके बच्चों की शिक्षा पर ध्यान केंद्रित किया गया। गौरी छाबड़िया ने घरेलू महिला नौकरानियों को उनकी समस्याओं के समाधान के लिए आवश्यक कानूनी जानकारी भी प्रदान की। उन्होंने कहा, "यदि किसी घरेलू कामगार के साथ दुर्व्यवहार होता है या उसे उसका अधिकार नहीं मिल रहा है, तो उसे तुरंत महिला आयोग या संबंधित कानूनी प्राधिकरण से संपर्क करना चाहिए।

समाज में बदलाव की आवश्यकता वकील गौरी छाबड़िया :

गौरी छाबड़िया ने समाज से भी अपील की कि वे घरेलू कामगारों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार करें और उन्हें उनके अधिकार दें। उन्होंने कहा, "हमें समाज में बदलाव लाने की आवश्यकता है। हमें घरेलू कामगारों के प्रति अपना दृष्टिकोण बदलना होगा और उन्हें समानता और सम्मान देना होगा।"

समारोह के अंत में, गौरी छाबड़िया ने घरेलू महिला नौकरानियों को आश्वासन दिया कि महाराष्ट्र राज्य महिला आयोग उनके साथ खड़ा है और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा। उन्होंने कहा, "हम हमेशा आपके साथ हैं और आपके अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे। आप अकेले नहीं हैं, हम आपके साथ हैं।"

इस प्रकार के आयोजनों से न केवल घरेलू कामगारों को प्रोत्साहन मिलता है, बल्कि समाज में उनके प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण भी विकसित होता है। गौरी छाबड़िया के इस प्रयास ने निश्चित रूप से घरेलू महिला नौकरानियों को आत्मविश्वास और अधिकारों के प्रति जागरूकता प्रदान की है।