क्या है अर्पिता मुखर्जी का असली सच?

राज्य के वरिष्ठ मंत्री और टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से करीब 20 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं. इसके साथ ही विदेशी मुद्रा में 50 लाख से अधिक रुपये, 20 मोबाइल फोन और कथित आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं. ED ने मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया

क्या है अर्पिता मुखर्जी का असली सच?

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी की सरकार इस समय प्रवर्तन निदेशालय यानी कि ED के निशाने पर है. केंद्र की एजेंसी राज्य के शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही है और इसी सिलसिले में इसने कई जगहों पर छापेमारी की.

इस दौरान राज्य के वरिष्ठ मंत्री और टीएमसी नेता पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के घर से करीब 20 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं. इसके साथ ही विदेशी मुद्रा में 50 लाख से अधिक रुपये, 20 मोबाइल फोन और कथित आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं. ED ने मुखर्जी को गिरफ्तार कर लिया है.

कौन है अर्पिता मुखर्जी 

अर्पिता मुखर्जी एक एक्ट्रेस और मॉडल हैं. उन्होंने बांग्ला, उड़िया और तमिल फिल्मों में काम किया है. हालांकि अपने फिल्मी करिअर में उन्होंने ज्यादातर साइड रोल ही किए हैं. इससे पहले वह मॉडल थीं.

मुखर्जी की तीन फिल्मों के निर्देशक रहे अनूप सेनगुप्ता ने कहा, 

'मैं 'मामा भागने' (2010) फिल्म में हिरोइन की दोस्त के लिए एक लड़की तलाश रहा था, तभी किसी ने अर्पिता से मेरा परिचय कराया. साल 2011 में उन्होंने मेरी 'बांग्ला बचाओ' फिल्म में काम किया था. मैं यह देखकर दंग हूं कि उनके पास इतनी दौलत कहां से आ गई. उस समय उनके पास सिर्फ एक सेकंड हैंड कार थी, उसी से वे काम पर आती थीं.'

मुखर्जी की एक बहन है, जो कि शादीशुदा हैं और उनकी मां बेलघारिया के पुराने घर में रहती हैं. उनकी मां मिनाती मुखर्जी ने कहा 

'अर्पिता हफ्ते में दो बार मुझसे मिलने आती थी. मेरी पति की केंद्र सरकार में नौकरी थी. उनके निधन के बाद अर्पिता को वो नौकरी ऑफर की गई थी. लेकिन उन्होंने मना कर दिया. वह मॉडलिंग और एक्टिंग कर रही थीं. उन्होंने उड़िया फिल्मों में काम किया. उनका अपना एक प्रोडक्शन हाउस भी था.'

कौन हैं पार्थ चटर्जी

पार्थ चटर्जी ममता सरकार में एक कद्दावर नेता है और पार्टी के महासचिव भी हैं. इस समय वे वाणिज्य और उद्योग विभाग के मंत्री हैं. इससे पहले वे पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री थे. ED जिस शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रही है, ये उन्हीं के कार्यकाल में हुआ था. 

इस मामले मे  ममता सरकार ने क्या बोला?

इस मामले को लेकर तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वे पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं और कोर्ट का फैसला आने के बाद पार्थ चटर्जी को लेकर फैसला लेंगे. टीएमसी नेता और कोलकाता के 38वें मेयर फिरहाद हाकिम ने संवाददाताओं से कहा, 

'हम नजर बनाए हुए हैं और हमें न्यायपालिका पर भरोसा है. टीएमसी पार्टी या सरकार में किसी भी विसंगति या कदाचार को बर्दाश्त नहीं करेगी. न्यायपालिका के फैसले के बाद टीएमसी कार्रवाई करेगी.'

मालूम हो कि पिछले साल जब सीबीआई ने पश्चिम बंगाल सरकार के दो मंत्रियों को गिरफ्तार कर लिया था, तो ममता बनर्जी सीधे कोलकाता स्थित जांच एजेंसी को ऑफिस पहुंच गई थीं और कहा था कि अगर आपने उनको गिरफ्तार किया है तो आपको मुझे भी गिरफ्तार करना पड़ेगा.