सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी: नवी मुंबई और मुंबई के स्कूल बसों में नहीं लगे कैमरे

सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी करना गंभीर मामला है और इसे तुरंत सुधारने की आवश्यकता है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी स्कूल बसों में जल्द से जल्द कैमरे लगाए जाने चाहिए। प्रशासन और स्कूल बस ऑपरेटरों को मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी: नवी मुंबई और मुंबई के स्कूल बसों में नहीं लगे कैमरे

मुंबई, [राज्य ब्यूरो] - सुप्रीम कोर्ट के आदेश की स्पष्ट अनदेखी करते हुए, नवी मुंबई और मुंबई के कई स्कूल बसों में अभी तक कैमरे नहीं लगाए गए हैं। यह आदेश

बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दिया गया था, लेकिन कई स्कूल बस ऑपरेटरों ने इस आदेश को नजरअंदाज किया है।

सुप्रीम कोर्ट का आदेश

सुप्रीम कोर्ट ने बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सभी स्कूल बसों में कैमरे लगाने का आदेश दिया था। इस आदेश का उद्देश्य स्कूल बसों में होने वाली किसी भी अप्रिय घटना को रोकना और उनकी निगरानी करना था। यह आदेश देशभर के सभी स्कूलों के लिए अनिवार्य किया गया था।

वर्तमान स्थिति

मुंबई और नवी मुंबई में अधिकांश स्कूल बसों में कैमरे नहीं लगे हैं। यह लापरवाही स्कूल बस ऑपरेटरों और संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों की गंभीर चूक को दर्शाती है।

स्कूल बस ऑपरेटरों का पक्ष

कुछ स्कूल बस ऑपरेटरों का कहना है कि कैमरे लगाने के लिए उन्हें वित्तीय सहायता या समय नहीं मिला है। उनका दावा है कि कैमरों की उच्च लागत और तकनीकी सेटअप के कारण इस आदेश को लागू करने में कठिनाई हो रही है।

अभिभावकों की चिंता

अभिभावकों ने इस मामले पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि होनी चाहिए और सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन न करना बेहद गैरजिम्मेदाराना है।

प्रशासन की प्रतिक्रिया

प्रशासन ने इस मामले पर चुप्पी साध रखी है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि जल्द ही इस पर कार्रवाई की जाएगी। शिक्षा विभाग और परिवहन विभाग को इस मामले की जांच के आदेश दिए जा सकते हैं।

भविष्य की योजना

बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन को तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है। स्कूल बस ऑपरेटरों को निर्देश दिए जाने चाहिए कि वे जल्द से जल्द कैमरे लगाएं। साथ ही, समय-समय पर बसों की निगरानी और निरीक्षण किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि सभी सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है।

निष्कर्ष

सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अनदेखी करना गंभीर मामला है और इसे तुरंत सुधारने की आवश्यकता है। बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सभी स्कूल बसों में जल्द से जल्द कैमरे लगाए जाने चाहिए। प्रशासन और स्कूल बस ऑपरेटरों को मिलकर इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो।